लखनऊ। प्रधानमंत्री आवास योजना के तीन साल पूरे होने पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां अपनी विकास योजनाएं गिनाईं, वहीं विपक्ष पर जमकर शब्दबाण भी चलाए। पीएम मोदी ने आवास योजना के लाभार्थियों से मुलाकात के साथ-साथ तमाम योजनाओं की प्रगति को दर्शाने वाली प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया। उन्होंने तीन साल में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से शहरी विकास के लिए हुए कामों को गिनाया। उन्होंने ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ’ के संबंध में बच्चियों से भी बात की। पीएम ने यहां पर शहरी विकास, स्वच्छता मिशन और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एग्जिबिशन भी को देखा। इसके अलावा गुजरात के सीवेज रीसाइकल प्लांट की प्रदर्शनी, गूगल मैप द्वारा स्थित टॉइलट की लोकेशन की प्रॉसेस, स्मार्ट सिटी परियोजना की प्रदर्शनी, दिव्यांगों के लिए शुरू की गई योजनाों, महिला सुरक्षा और सोलर एनर्जी की प्रदर्शनियों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा।
पीएम मोदी ने भाषण की शुरुआत में खुद को उत्तर प्रदेश से सांसद बताते हुए कहा कि मैं यहीं का प्रतिनिधि हूं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए मोदी ने कहा, ‘अटल जी ने विकास का जो बीड़ा उठाया, हमने उसे आगे ले जाने का काम किया। अटल जी ने लखनऊ को देश के शहरी जीवन सुधार की प्रयोगशाला बनाया। आप आज जो देख रहे हैं, लखनऊ में और इसके आस-पास वह सब अटल जी ने सांसद के रूप में जो विजन दिया, उसका परिणाम है। मेट्रो लाने का काम अटल जी ने किया। अटल जी कहते थे कि बिना पुराने को संवारे नया भी नहीं संवरेगा, यह बात उन्होंने पुराने और नए लखनऊ के लिए कही थी। विभिन्न योजनाओं के तहत शहरों के प्रतिनिधियों को सम्मानित के बाद पीएम ने कहा, ‘यहां आए लोग वे प्रतिनिधि हैं, जो नई सदी और नए भारत के सपने को साकार करने का काम कर रहे हैं। जिन शहरों को पुरस्कार मिले हैं, वहां के हर नागरिक को और जिनको घर मिला है उन्हें बधाई। जिन शहरों को पुरस्कार नहीं मिला है, वे कृपया मुझे मौका दें कि मैं उनको सम्मानित किया।
जानें मोदी के भाषण की अहम बातें-
आज आप अनुभव कर सकते हैं कि किस प्रकार सेवाएं ऑनलाइन हुई हैं, जिसके कारण अब सामान्य जन को कतार में खड़ा नहीं होना पड़ता. ये कतारें भी तो करप्शन की जड़ थीं. ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित हुई है और इसकी वजह से करप्शन में बड़ी कमी आ रही है: पीएम मोदी
मुझे गर्व है कि मैं एक गरीब मां का बेटा हूं. गरीबी ने मुझे ईमानदारी और हिम्मत दी है, गरीबी की मार ने मुझे जिन्दगी जीना सिखाया हैः पीएम मोदी
सरकार के लिए ये स्मार्ट सिटी सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि एक मिशन है. मिशन टू ट्रांसफॉर्म द नेशन (देश को बदलने का एक मिशन). ये मिशन हमारे शहरों को New India की नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करने का है. 21वीं सदी के भारत में विश्व स्तरीय इंटेलिजेंट अर्बन सेंटर्स खड़ा करने का है. मुझे इस बात की भी प्रसन्नता है कि न सिर्फ यहां नई व्यवस्थाओं का निर्माण हो रहा है बल्कि फंडिंग की वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है. पुणे, हैदराबाद और इंदौर ने Municipal Bonds के माध्यम से लगभग 550 करोड़ जुटाए हैं: पीएम मोदी
मुझ पर चौकीदार नहीं भागीदार होने का आरोप लगा है. ये मेरे लिए इल्जाम नहीं, इनाम है. हां मैं गरीबों के दुख का भागीदार हूं, मैं जवानों के जुनून का भागीदार हों, मैं गरीबों को घर दिलाने की कोशिश का भागीदार हूंः पीएम मोदी
हमारा लक्ष्य है कि जब देश की आजादी के 75 साल हों तो देश में कोई भी व्यक्ति ऐसा न हो जिसके पास अपना घर न हो. इस टारगेट को पूरा करने के लिए सरकार ने शहरों में 54 लाख आवास अप्रूव किये हैं और गांवों में एक करोड़ से ज्यादा परिवारों को घर दिलवाए हैं- पीएम मोदी
आज जो मकान बन रहे हैं, उनमें शौचालय भी हैं. सौभाग्य योजना के तहत बिजली भी. उजाला के तहत LED बल्ब भी, यानी एक पूरा पैकेज मिल रहा है. इन घरों के लिए सरकार ब्याज में राहत तो दे ही रही है, पहले के मुकाबले अब घरों का क्षेत्रफल भी बढ़ा हैः पीएम मोदी
अटल जी कहा करते थे कि बिना पुराने को संवारे, नया भी नहीं संवरेगा. ये बात उन्होंने पुराने और नए लखनऊ के संदर्भ में कही थी. यही आज के हमारे AMRUT यानी अटल मिशन फॉर रिजुविनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन और स्मार्ट सिटी के मिशन के लिए हमारी प्रेरणा है. इसी सोच के साथ अनेक शहरों में दशकों पुरानी व्यवस्थाओं को सुधारा जा रहा है. इन शहरों में सीवेज की व्यवस्था, पीने के पानी की व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट में सुधार, झीलों-तालाबों और पार्कों के सुंदरीकरण की व्यवस्था की जा रही है: पीएम मोदी