-ब्यूरो न्यूज 7 एक्सप्रेस
लखनऊ। पूरे उत्तर प्रदेश में जगह जगह बाढ़ को लेकर चलाये जा रहे बचाव कार्यों की गहन समीक्षा की। बैठक में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाति सिंह, राज्यमंत्री श्री बलदेव औलख, सचिव सिंचाई राजमणि यादव, विशेष सचिव सारिका मोहन आदि मौजूद रहे। इस बैठक के बाद सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने एरच बांध परियोजना की ईओडब्ल्यू से जांच कराने को लेकर बयान जारी किया। धर्मपाल सिंह ने कहा कि हमने एरच बांध परियोजना में धांधली की जांच एक वरिष्ठ अधिकारी से करायी थी और प्राथमिक जांच में वित्तीय अनियमियता पायी गयी है जिसके चलते हमनें इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी है। धर्मपाल सिंह ने बताया कि जांच एजेंसी को तीन माह में जांच पूरी करने के लिए आदेश दिया गया है ताकि समय रहते दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके।
इस प्रोजेक्ट में वित्तीय अनियमियता पाये जाने पर अपना कड़ा रूख दिखाते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि सिंचाई विभाग के 16 अधिकारियों की वित्तीय जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गयी है। इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा करेगी। धर्मपाल सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में 16 करोड़ 4 लाख 78 हजार रूपये की वित्तीय अनियमियता पायी गयी है। उल्लेखनीय है कि एरच बांध प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। अखिलेश सरकार में शुरू हुई गोमती रिवर फ्रंट, आगरा एक्सप्रेसवे सहित अन्य परियोजनाओं पर भी जांच चल रही है। अब इस कड़ी में अब एरच बांध परियोजना का नाम भी जुड़ गया है जिससे अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है।