लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इन दिनों लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमलावर है। अपने सरकारी बंगला मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग की रिपोर्ट के बाद उन्होने अपने हमलों में वृद्वि कर दी है। आज उन्होने प्रदेश में बाढ़ पर प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा जिस तरह राज्य जिस अराजकता और तानाशाही के दौर से गुजर रहा है, उसमें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजे सन् 1977 के नतीजों जैसे ही होंगे। सोलह माह में भाजपा सरकार ने प्रदेश को तबाह करके रख दिया है।
भाजपा सरकार पर करारा हमला बोलते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी सरकार के विकास कार्यो की अनदेखी करना और विपक्षी नेताओं को बदनाम करना भाजपा का प्रमुख एजेंडा है। अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की नफरत की राजनीति को रोकना बहुत जरूरी है। बड़े पैमाने पर गरीबों को बेघर किया जा रहा है। व्यापारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उनके अपहरण, हत्या और लूट की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उल्लेखनीय है कि वह छिपे रूप से शुक्रवार को आयी उस रिपोर्ट का हवाला दे रहे थे जिसमें दावा किया गया था कि योगी सरकार में अखिलेश सरकार से भी ज्यादा अपराध हो रहे है। इसमें महिलाओं पर होने वाले अपराधों की लिस्ट सबसे ज्यादा है।
भाजपा को घेरते हुए अखिलेश ने कहा कि उद्योगपति अपमानित हो रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है। छात्रों- युवाओं की समस्याओं के समाधान के बजाय उन्हें झूठे मुकदमो में जेल की यातनाएं दी जा रही हैं। अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और विधायक बाढ़ राहत कार्यों में जुट जाएं। बाढ़ में फंसे लोगों के बचाव के साथ उन तक खाना, पानी तथा अन्य सुविधाएं पहुंचाई जानी चाहिए। बाढ़ग्रस्त परिवारों के लिए शरण स्थल बनाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि गोण्डा में एल्गिन ब्रिज के टूटने से सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं। इससे फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों की स्थिति बहुत खराब हो गई है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों पूरे प्रदेश में हो रही झमाझम बारिश ने प्रदेश में कई जगह बाढजन्य समस्याओं से बचने के लिए प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है।