कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के कई क्षेत्रों में कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण की आशंका जताई है। मूल रूप से कोलकाता के हावड़ा जिले की स्थिति को संवेदनशील करार देते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि यहां के बाजारों में 5 से अधिक लोगों की भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाए। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हावड़ा समेत राज्य के कई इलाकों में सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती होगी क्योंकि लोग संक्रमण के खतरे को नहीं समझ कर बाजारों में भीड़ लगा रहे हैं।
राज्य सचिवालय नवान्न में शुक्रवार अपराह्न मीडिया से मुखातिब हुई मुख्यमंत्री ने कहा कि हावड़ा में हालात काफी संवेदनशील हैं। उन्होंने हावड़ा और कोलकाता के कई क्षेत्रों में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा करते हुए कहा कि रेड जोन वाले इलाकों में किसी भी प्रकार की आवाजाही नहीं होगी। हालात संभालने के लिए सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोग अगर नहीं समझेंगे तो सामुदायिक संक्रमण फैल सकता है। आवश्यकता पड़ने पर हावड़ा में घर-घर खाना पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी 14 दिनों के भीतर हावड़ा को रेड से ऑरेंज जोन में लाना होगा। उन्होंने जिला प्रशासन को सावधान करते हुए कहा कि कोरोना के मुकाबले के लिए हावड़ा और कोलकाता में संपूर्ण लॉकडाउन का पालन होना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने रेड जोन की श्रेणी में शामिल पूर्व कोलकाता के विस्तृत इलाके को पूरी तरह से सील करने का निर्देश भी दिया है। हावड़ा के साथ-साथ कोलकाता के बाजारों में भी 5 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की हिदायत दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी विशेष तौर पर इस बात का ख्याल रखें कि लोग मास्क पहनें। कोलकाता के साथ-साथ हावड़ा के प्रत्येक बाजार को पुलिस सेनिटाइज करेगी।
रेड जोन से दो जिले बाहर, कई इलाकों में संक्रमण नहीं
उन्होंने कहा कि मेदनीपुर व आसनसोल रेड जोन से ऑरेंज जोन में आ चुके हैं। उत्तर 24 परगना को ऑरेंज जोन में लाना होगा। उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में भी कड़ी निगरानी की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, बीरभूम, बांकुड़ा, पुरुलिया, पूर्व बर्दवान व झाड़ग्राम जिले में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला अभी तक प्रकाश में नहीं आया है।