लखनऊ। बारिश से लखनऊ की जर्जर इमारतों से होने वाले हादसों पर मीडिया में लगातार आ रही खबरों के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। इसी सिलसिले में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने समस्त नगर निगम एवं नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि अपनी-अपनी नगर निगम एवं नगर पालिका क्षेत्र के पुराने एवं जर्जर भवनों का सर्वे अपने अधीनस्त अधिकारियों,कर्मचारियों की टीम बना कर कर लें और जो भवन काफी पुराने एवं जर्जर हो उन्हें तत्काल खाली कराकर वहां रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाये तथा उनके खाने-पीने की भी व्यवस्था की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर बरसात के कारण जल भराव की समस्या होती उनको चिन्हित करते हुए उनके आस-पास के नाले-नालियों की व्यापक स्तर पर सफाई कराये, नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्र के जल निकासी वाले बड़े नालों को विशेष रूप से साफ रखें ताकि बरसात के पानी के निकलने में कोई दिक्कत न हो और नगर में जल भराव की समस्या उत्पन्न न हो।
उन्होने सभी जोनल अधिकारियों एवं सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये बरसात के मौसम में गंदगी से होने वाली बीमारियों को ध्यान में रखते हुए समस्त वार्डो में सफाई अभियान चलाकर व्यापक स्तर पर सफाई करायें और दवाओं आदि का छिड़काव भी कराये तथा लोगों को जागरूक करे कि बरसात के मौसम में सफाई के साथ खान-पान पर विशेष ध्यान दें। जिलाधिकारी ने गोमती नदी पर बने गऊघाट, राधाग्राम, सरकटा नाला, रिवर बैंक कालोनी स्थित नाला, टेढी कोठी नाला, गोमती बैराज स्थित नाला, जीयामऊ सहित गोमती नदी में गिरने वाले विभिन्न नालों, बैरलों पर नियमित रूप से कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि जहां कहीं भी बरसात के मौसम मे जलभराव होता है उसके निकासी की व्यवस्था समय से कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि उपजिलाधिकारी अपनी अपनी तहसील क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर लें।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ में सैकड़ों की संख्या में ऐसी इमारते हैं जो काफी जर्जर और बदहाल हालत में हैं वहां रहने वालों और राहगीरों पर हर समय इसकी चपेट में आकर जान गंवाने का खतरा मंडराता रहा है। नगर निगर के आला अधिकारी भी इस तरफ से अपनी आंखें मूंदे हुए थे।