संभल। यूपी पुलिस में जंग लग चुके हथियार पुलिसवालों का कड़ा एक्जाम ले रही है। इसी की एक बानगी हाल में ही सामने आयी थी। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के संभल में पुलिस एनकाउंटर के ऐन मौके पर दरोगा की पिस्तौल जाम हो गई ऐसे में दरोगा ने मुंह से ही ठांय-ठांय बोलकर बदमाशों को खदेड़ा। इस बहादुरी के लिए दरोगा को इनाम देने की सिफारिश की गई है। संभल के एसपी यमुना प्रसाद ने इस घटना का वीडियो देखने के बाद इसे सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार की बहादुरी माना है। इसीलिए उन्होंने डीजीपी ओम प्रकाश सिंह से मनोज को विभाग की तरफ से इनाम दिए जाने की सिफारिश की है। सिफारिश में एसपी का कहना है कि दारोगा मनोज कुमार ने हीरो जैसा व्यवहार किया है। मुठभेड़ के दौरान पिस्तौल जाम हो जाने पर भी पीछे नहीं हटे। उन्होंने अपने साथियों का भी हौसला बढ़ाया।
12 अक्टूबर की बात है। पुलिस को एक क्रिमिनल रुख़सार की खबर मिली। रुख़सार पर 18 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर 25 हजार का इनाम भी था। खबर मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर ली। वहां अचानक दरोगा की पिस्तौल नहीं चली। वायरल वीडियो में गन्ने के खेत में दरोगा खड़े हैं। उनके साथ मौजूद पुलिसवाला गोली चला रहा है और दरोगा मारो-मारो, ठांय-ठांय बोल रहे हैं। इस ठांय-ठांय स्टंट की खूब हंसी उड़ायी गई। झाड़ी के पीछे छुपकर दरोगा को उस तरह से बोलते देखना काफी मजाकिया लगा। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हुआ।
पुलिस विभाग के मुताबिक ये एक वीरता और साहस से भरा कार्य था। पुलिस डायरेक्टर जनरल की तरफ से सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार का नाम प्रशस्ति के लिए भेजा गया है। मनोज कुमार जिन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में 28 वर्ष नौकरी की है, इस घटना को लेकर बिलकुल भी असहज नहीं हैं। मनोज ने कहा, ‘मेरी बन्दूक जाम हो गयी थी और बदमाशों को डराने के लिए मैंने मुंह से आवाज निकालना शुरू किया। मैं बदमाशों को ये बताने की कोशिश कर रहा था कि वे हर तरफ से घेरे जा चुके हैं। गिरफ्तार बदमाश के पास से लूट की स्कार्पियो सहित 315 बोर का तमंचा और 5 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। बदमाश मुदित शर्मा पर एक दर्जन से अधिक संगीन मामलों के केस दर्ज हैं। इस प्रकरण का दूसरा पहलू यह है कि गोली नहीं चल पाने पर मुंह से ठांय-ठांय की आवाज निकालकर बदमाश को ललकारने पर संभल पुलिस काफी ट्रोल भी हुई।