लखनऊ। भारतीय राजनीति का उज्जवल सितारा कहे जाने वाले अटल बिहारी बाजपेई अब हमारे बीच में नहीं है। उनकी यादों को समेटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सामने आयी है। उल्लेखनीय है कि यूपी की योगी सरकार दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर यूपी के शहरों में 4 बड़े स्मारक बनाने की तैयारी में है। यूपी सरकार जल्द ही कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाकर इन स्मारकों को बनाने पर फैसला लेगी। बताया जा रहा है कि कानपुर, आगरा (बटेश्वर), लखनऊ और बलरामपुर में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर स्मारक का निर्माण कराया जाएगा। क्योकि आगरा के बटेश्वर में अटलजी का गांव है। वहीं उन्होंने पहला चुनाव बलरामपुर से लड़ा था। अटलजी ने कानपुर से शिक्षा-दीक्षा ली थी और लखनऊ में उनका लंबा राजनीतिक इतिहास रहा है। क्योकि वे यहां से 5 बार सांसद रहे थे।
बता दें कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद 93 साल की उम्र में निधन हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी ने एम्स दिल्ली में आखिरी सांस ली। बीते 11 जून से अटल बिहारी को यूटीआई इंफेक्शन, लोवर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी संबंधी बीमारियों के कारण एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। घर में जो रह चुका था, वह थे कुछ पोस्टर, जिनमें वाजपेयी का मुस्कुराता हुआ चेहरा था और कुछ कोट्स थे, जो आने वाली पीढ़ियों को भी संदेश देते हैं। उनकी यादें पड़ोसियों के दिलों में भी जिंदा हैं। कृष्ण मेनन मार्ग मार्केट पर टेलर की एक छोटी से दुकान चलाने वाले रंजय कुमार यादव की दुकान में वाजपेयी की दो तस्वीरें लटकी हैं। यादव कहते हैं, ‘भीड़ जा सकती है, लेकिन लोग हमेशा अटलजी को याद रखेंगे। हमें भी एक बार अटल जी के बंगले पर जाने का मौका मिला था, जब उन्हें कुछ काम कराना था।’ वह बहुत ही मिलनसार थे। एक बार वह किसी से परिचित हो जाते थे तो फिर उसे भूलते नहीं थे। यहां तक कि हम जैसे लोगों को भी वह याद रखते थे।