लौहपुरूष पटेल ने संकल्प शक्ति के बल पर 562 रियासतों को एकता के सूत्र में बाँधाः सीएम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस वर्ष सरदार पटेल की जयन्ती विशेष और अभूतपूर्व है, क्योंकि इस वर्ष उनकी जयन्ती पर नर्मदा नदी के तट पर उनकी 182 मीटर ऊँची ‘एकता की प्रतिमा’ (स्टैच्यू आॅफ यूनिटी) का लोकार्पण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ऊँचाई में हिमालय का, पवित्रता में गंगा जी का, गहराई में समुद्र का सर्वोच्च स्थान है। इसी श्रेणी में लौह पुरुष सरदार पटेल की 182 मीटर ऊँची विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा ‘स्टैच्यु आॅफ यूनिटी’ भी शामिल हो गयी है। यह प्रतिमा भारतवासियों की ओर से लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि है।

राज्यपाल आज यहां सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के अवसर पर विधानभवन के समक्ष आयोजित ‘राष्ट्रीय अखण्डता दिवस’ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की इस प्रतिमा का निर्माण अलग ढंग से हुआ है। इसका निर्माण देश भर के किसानों से एकत्रित पुराने औजारों के लोहे मिलाकर किया गया है। इससे सभी भारतीयों विशेषकर किसानों को इस प्रतिमा के निर्माण में अपने योगदान की अनुभूति होगी। उन्होंने कहा कि लौह पुरुष की यह प्रतिमा देशवासियों को दृढ़ता, स्नेह, एकता और अखण्डता का सन्देश देगी।

इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत माता का महान सपूत बताते हुए कहा कि सरदार पटेल ने प्राचीन काल से ही सांस्कृतिक इकाई रहे भारतवर्ष की राजनीतिक एकता को साकार किया। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति तथा प्रखर राष्ट्रभक्ति से ही भारत की वर्तमान राजनीतिक एकता सम्भव हुई। लौह पुरुष सरदार पटेल ने आजादी के समय अंगे्रजों की कुत्सित चालों को बेनकाब करने के साथ ही, देश की सांस्कृतिक सीमाओं को राजनीतिक सीमाओं में बदलने की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखायी। उन्होंने अपनी संकल्प शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बाँधा। सम्पूर्ण देश आज लौह पुरुष सरदार पटेल को अपनी श्रद्धांजलि दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार बाबा साहब डाॅ0 बी0आर0 आंबेडकर भारतीय संविधान के शिल्पी है, उसी प्रकार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत गणराज्य के शिल्पकार है। उन्होंने सरदार पटेल की जयन्ती को ‘राष्ट्रीय अखण्डता दिवस’ के रूप में मनाने के निर्णय तथा इस अवसर पर सरदार पटेल की 182 मीटर ऊँची दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रतिमा के माध्यम से सरदार पटेल का व्यक्तित्व और कृतित्व लोगों के सामने आएगा। साथ ही, वर्तमान और भावी पीढ़ी को देश की एकता और अखण्डता के लिए प्रेरित करेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘रन फाॅर यूनिटी’ दौड़ का झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर विभिन्न पुलिस बलों एवं शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत परेड की राज्यपाल राम नाईक ने सलामी भी ली। इससे पूर्व, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जी0पी0ओ0 पार्क स्थित लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री राजेश अग्रवाल, श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, बृजेश पाठक, आशुतोष टण्डन, मुकुट बिहारी वर्मा, मोहसिन रजा, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह श्री अरविन्द कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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