न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। वेतन न मिलने से नाराज सहकारी समिति के हजारों कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह भाजपा कार्यालय का घेराव कर दिया। पुलिस के खदेड़ने पर वे जीपीओ के सामने सड़क पर बैठ गए। जिससे यातायात ठप हो गया। फिर विधान भवन घेरने के लिए कूच करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोका। जिससे यहां से गुजरने वाला ट्रैफिक ठप हो गया। करीब तीन घंटे के बाद पुलिस ने लाठी फटकार कर उन्हें तितर-बितर किया। भगदड़ में करीब दर्जन भर से अधिक लोग चोटिल हो गए। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया। हालांकि देर शाम उन्हें रिहा कर दिया गया।
संगठन के चार अध्यक्ष और चार महामंत्री ने प्रमुख सचिव से वार्तालाप की। उनके आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। प्रदेश की प्राइमरी सहकारी समितियों (पैक्स) में कार्यरत सचिव, आंकिक, विक्रेता और सहयोगियों की नियमित और बकाया वेतन के लिए हजारों कर्मचारियों ने सुबह हजरतगंज के जीपीओ के सामने सड़क जाम कर दी। पुलिस ने उन्हें विधान भवन जाने से रोक लिया। वे लोग सड़क पर लेट गए और नारेबाजी शुरू कर दी।
प्रसव पीड़ा से एम्बुलेंस में तड़पती रही महिला
भाजपा कार्यालय के बाहर हजारों कर्मचारियों के कारण सड़क जाम हो गई। जिसमें एम्बुलेंस फंस गई। एम्बुलेंस में उदयगंज निवासी कंचन थी। प्रसव पीड़ा होने पर परिवारीजन कंचन को लेकर झलकारीबाई अस्पताल जा रहे थे। लेकिन जाम के कारण वह फंस गए। कंचन दर्द के मारे छटपटाती रही। पुलिस ने किसी तरह से वाहनों को हटवाकर एम्बुलेंस को अस्पताल भिजवाया। एक तरफ की सड़क बंद होने पर ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्जन कराया।
लाठी फटकारने से मची भगदड़, कई चोटिल
प्रशासन के अधिकारी प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन वे नहीं मानें। इस पर पुलिस ने दोपहर करीब दो बजे बलपूर्वक उन्हें हटाने का प्रयास किया। पुलिस से उनकी नोकझोंक शुरू हो गई। पुलिस ने लाठी फटकारी तो यहां पर भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे पर गिर गए। जिसमें सुरेश चन्द्र वर्मा, कैलाश सिंह, अशोक, सुशील, विनीत समेत एक दर्जन से अधिक लोग चोटिल हो गए। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया लेकिन देर शाम उन्हें रिहा कर दिया।
खुफिया तंत्र हुआ फेल
गुरुवार को हजारों कर्मचारियों ने विधानभवन घेरने की कोशिश की। ऐसा नहीं है कि कर्मचारी एकाएक सड़क पर उतर आए। दो दिन पहले ही अपने ज्ञापन में कर्मचारियों ने प्रशासन को आगाह कर दिया था। अध्यक्ष रामचन्द्र पाण्डेय के मुताबिक, प्रदेश भर में सभी कर्मचारियों ने 29 अक्टूबर को जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना देकर ज्ञापन दिया। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। कर्मचारियों को मजबूरन सड़क पर उतरे। संगठन के अध्यक्ष नवनाथ पाण्डेय ने बताया कि सभी पैक्स के सचिव व अन्य कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की तरह नियमित वेतन भुगतान किया जाए। बकाया वेतन का भुगतान जल्द से जल्द कराया जाए। रिटायर की आयु बढ़ाकर 62 वर्ष की जाएं।