नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी कांड और सांसदों के निलंबन पर संसद के दोनों सदनों में लगातार विपक्ष का हंगामा जारी है। लोकसभा अध्यक्ष के समझाने का भी असर विपक्षी सांसदों पर होता हुआ दिखाई नहीं दिया है। इस बीच विपक्ष लगातार सांसदों का निलंबन वापस लेने और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने की अपनी मांग पर अड़ा हुआ है। विपक्ष लखीमपुर खीरी मामले को किसानों की सुनियोजित तरीके से हत्या बता रहा है।
Latest UPDATE:-
– कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने बताया कि सरकार लखीमपुर खीरी मामले में किसी भी तरह की बहस के लिए तैयार नहीं है। इस मामले पर गठित एसआइटी ने अपनी स्पेशल रिपोर्ट में साफ-साफ कहा है कि साजिश हुई है। ऐसे मुद्दे पर संसद बहस करने के लिए तैयार नहीं, ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को इस मुद्दे पर आगे आना चाहिए और बहस करनी चाहिए।
– गुरुवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने फिर से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग पर हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
– लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि हमें लखीमपुर खीरी में हुई हत्या के बारे में बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। इसमें सरकार के मंत्री की संलिप्तता थी और जिसके बारे में कहा गया है कि यह एक साजिश थी। किसानों की हत्या करने वाले मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और सजा मिलनी चाहिए। बुधवार को भी उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद कहा था कि विपक्ष टेनी का इस्तीफा लेकर ही दम लेगा।
ये मंत्री जो खुद को क़ानून से ऊपर समझ रहा है- इसका इस्तीफ़ा लेकर ही दम लेंगे!#Lakhimpur के पीड़ित परिवारों से हमारा वादा था- निभाएँगे। pic.twitter.com/p5KLVU5eWL
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2021
– कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) को कमजोर करने के सरकार के प्रयासों पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।
– तृणमूल कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत पर चर्चा के लिए आज 16 दिसंबर को सुबह 11 बजे, दोपहर 12 बजे और दोपहर 2 बजे नियम 267 के तहत कामकाज स्थगित करने की मांग की है।
– कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने लखीमपुर खीरी कांड को लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया और मांग की कि सरकार मंत्री अजय टेनी का इस्तीफा तुरंत ले।