कासगंज। भारत में पुरानी कुरीतियों और गलत परम्पराओं को खत्म करने के लिए अब सरकारी अधिकारी सामने आने लगे है। उत्तर प्रदेश में कई ऐसी मिसालें सामने आ रहीं है। वहीं नयी मिसाल आज हाथरस से मिली है। उल्लेखनीय है कि हाथरस के बसई बाबा गांव के संजय जाटव और कासगंज के निजामपुर की शीतल की शादी करवाने वाले जिलाधिकारी आरपी सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार के दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने सम्मानित किया है। जिलाधिकारी की कोशिश से ही आजादी के 72 साल बाद कोई दलित घोड़ी पर चढ़कर शादी करने आया। डॉ. निर्मल ने कासगंज पहुंचकर जिलाधिकारी को उनकी कार्यकुशलता और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धन्यवाद दिया और कहा है कि ऐसे साहसी और बहादुर अधिकारी की हमेशा मिसाल दी जानी चाहिए।
गौरतलब है कि संजय जाटव अपनी शादी में घोड़ी पर चढ़कर बारात ले जाने को लेकर अड़ गए थे। यहां पर गांव के कथित तौर पर कुछ लोगों को एतराज था। इसे देखते हुए संजय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस फोर्स के साथ संजय की शादी हुई और बारात के साथ संजय घोड़ी पर बैठकर ससुराल पहुंचे। इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई। शादी करवाने के बाद भी इलाके में कानून-व्यवस्था को चुस्त रखने को लेकर हमेशा सतर्क रहने वाले कासगंज के जिलाधिकारी आरपी सिंह को माला पहनाकर संजय जाटव ने धन्यवाद दिया है। राज्यमंत्री डॉ. निर्मल ने कहा है कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुस्त कानून-व्यवस्था की वजह से हो पाया। इसके लिए मुख्यमंत्री को भी धन्यवाद दिया जाना चाहिए। योगी आदित्यनाथ सच्चे अर्थों में दलित मित्र हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ कट्टरपंथी उच्च जाति के लोग नीची जाति वालों को समाज की मुख्यधारा में शामिल नहीं होने देना चाहते है। गांवों में जागरूकता न होने के कारण बार बार ऐसे मामले सामने आते रहे है। इसको देखते हुए सरकारी अधिकारियों का इन कुरीतियों और गलत परम्पराओं को खत्म करने के लिए आगे आना हमारे बेहतर होते समाज की निशानी बन रहा है। प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद इस तरह की घटनाओं और दबाव के मामलों में पुलिस का अच्छा रवैया और आईएएस अधिकारियों का ऐसे मामलों में फौरन एक्शन गुड गवर्नमेंस की कहानी कह रहा है।