नई दिल्ली। कोरोना वायरस से पीड़ित लक्षण वाले मरीजों में 87.9 फीसदी में बुखार, 67 फीसदी में सूखी खांसी और 38 फीसदी लोगों में थकान जैसे लक्षण दिखते हैं। चीन में 55924 लोगों के ऊपर हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के शोध के आधार पर एम्स ने मरीजों की पहचान के लिए 17 क्लीनिकल फीचर को आधार बनाया है। इनमें छाती के एक्सरे और सीटी स्कैन को भी मरीज की पहचान का महत्वपूर्ण जरिया बताया है।
एम्स की ओर से क्लीनिकल पहचान के लिए बनाए गए 17 मुख्य बिंदुओं में 15 लक्षण शामिल किए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीन में 55924 कोरोना पीड़ित मरीजों पर अध्ययन में ये लक्षण दिखे थे।
सीटी स्कैन से 86% मरीजों की पहचान : न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपे एक शोध के मुताबिक छाती के सीटी स्कैन से 86 फीसदी मरीजों की पहचान की जा सकती है। इसके अलावा 56 फीसदी लोगों में छाती के एक्सरे से संदिग्ध कोरोना मरीज की पहचान की जा सकती हैं। एम्स ने अपने मरीजों की पहचान के लिए क्लीनिकल फीचर में इन्हें भी शामिल किया है।
ऐसे भी लक्षण : पांच फीसदी से कम लोगों में चक्कर आना या उल्टी नाक बंद होना, दस्त, बलगम में खून, आंखों में जलन या सूजन और फेफड़ों में पानी भरना जैसे लक्षण भी देखे गए।
प्रमुख लक्षण
87.9 फीसदी लोगों में बुखार
67.7 फीसदी लोगों में सूखी खांसी, 38.1 फीसदी लोगों में थकान
33.4 फीसदी लोगों में बलगम आना, 18.6 फीसदी को सांस में दिक्कत
13.9 फीसदी को गले में खराश
13.6 फीसदी को सिर दर्द
14.8 फीसदी को जोड़ों में दर्द
11.4 फीसदी को ठंड लगना
80 % में मामूली लक्षण
6 फीसदी लोग गंभीर बीमार हुए। इनमें फेफड़े फेल होना, सेप्टिक शॉक, ऑर्गन फेल होना जैसा लक्षण था।
14 फीसदी लोगों में संक्रमण के गंभीर लक्षण देखे गए। इनमें सांस लेने में दिक्क़त और जल्दी-जल्दी सांस लेने जैसी समस्या हुई।
80 फीसदी लोगों में संक्रमण के मामूली लक्षण देखे गए।
एम्स मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर नवल विक्रम ने बताया कि 80 फीसदी लोगों हल्के लक्षण दिखते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हो सकते हैं जिनमें बिल्कुल भी लक्षण न हों। स्वाद या गंध की पहचान में कमी आना भी नए लक्षणों में हाल शामिल किया गया गया है।