वाराणसी। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में शनिवार को भाजपा की कमल संदेश बाइक रैली के शुरू होने से मजह कुछ मिनट पहले बीजेपी कार्यकर्ता उस वक्त सकते में आ गए, जब सीएम योगी की सुरक्षा में तैनात एनएसजी कमांडो ने सीएम योगी के रैली स्थल पर पहुंचने से पहले ही रैली में शामिल और सबसे आगे खड़ी दर्जनों बाइक को आगे से हटाने के लिए कह दिया। दरअसल माजरा यह था कि रैली में शामिल हजारों बाइकों के नंबर प्लेट पर बीजेपी, महादेव, मां का आशिर्वाद लिखा हुआ था।
साथ ही इनपर स्टीकर भी लगा हुआ था। लेकिन रैली में सबसे आगे शामिल दर्जन भर बुलेट जिन्हें रैली को रवाना करने के पूर्व एक साथ खड़ा उनमें आगे लगे नंबर प्लेट पर पार्टी का नाम व अन्य नाम लिखा हुआ था। जिसे देख सीएम की सुरक्षा में तैनात कमांडो के जवानों के आपत्ति दर्ज कराते हुए हटाने को कहा। इतना सुनते ही रैली की अगुवाई कर रहे बीजेपी नेता सन्न रह गए। आनन- फानन में कार्यकर्ताओं को नाम हटाने के लिए कहा।
हालांकि, बीजेपी कार्यकर्ता बाइक से नंबर प्लेट तो ठीक नहीं करा सकते लेकिन आनन फानन में बीजेपी के झंडे से आगे लगे नंबर प्लेट को सीएम योगी के आने से पहले ही ढक दिया तो कुछ ने नंबर प्लेट खोल कर पलट दिया। इसके बाद पहुंचे सीएम योगी ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। वहीं दूसरीओर रैली में शामिल ज्यादतर लोगों ने हेल्मेट भी नहीं लगाया हुआ था। जबकि सीएम योगी ने पहले ही रैली में शामिल होने वालों से हेल्मेट लगाने की अपील किया था।
सीएम योगी के रही झंडी दिखाते ही रैली में शामिल हजारों लोग बिना हेल्मेट लगाए यातायात नियमों की झज्जिया उड़ाते, जय श्रीराम के नारों के साथ सम्पूर्णानन्द से लहुराबीर, मलदहिया, सिगरा, नगर निगम, चंदुआ सट्टी, भारतमाता मंदिर, इंग्लिशिया लाइन, तेलियाबाग, अंधरापुल, नदेसर, वरुणा पुल, कचहरी होते हुए जिला मुख्यालय पर समाप्त हुई। बता दें कि बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के हर बूथ से 5 कार्यकर्ताओं को रैली में शामिल कर चुनाव को धार दे दी है।