सीतापुर। आबादी से सटी हुई खेत में लगी खोही से गुल्ला बनाने के कारखाना जो कि पूरी तरह से अवैध रूप से जिम्मेदार लोगों के संरक्षण में चल रहा है। क्षेत्र की जनता ने इस मामले में बार बार शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नही की गयी। यहां तक परेशान लोगों ने एसडीएम से लेकर डीएम तक लिखित शिकायत दी लेकिन कार्यवाही के नाम पर मामला ढाक के तीन पात ही रहा। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही व खाऊ कमाऊ नीति के चलते अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नही की गयी जिसका नतीजा यह निकला कि आज यह कारखाना क्षेत्र के लोगों पर मौत का कहर बनकर टूटा है।
कारखाने से निकलने वाला सड़ा कूड़ा बच्चों और लोगों को बीमार कर रहा है। अब तक दर्जनों लोग बीमार पड़ चुके है और वह सरकार अस्पताल से लेकर प्राइवेट अस्तपाल में अपना उपचार करवा रहे है। सूत्रो और पीड़ितो की माने तो कारखाने का संचालन करने वाला व्यक्ति दबंग है और वह पीड़ितो की नही सुनता है अगर कोई इस कारखाने का विरोध करता है तो संचालक उसका उत्पीड़न करना शुरू कर देता है। ख्ुाले खेत में लगे कारखाने को लेकर हो रहे प्रदूषण और बढ़ रही बीमारियो को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदूषण विभाग से शिकायत की लेकिन इस विभाग द्वारा भी कोई कार्यवाही नही की गयी इसी के पास दो दरी फैक्ट्री लगी हुई है और खेता व बाग है।
इस कारखाने से उड़ने वाला धुआ व प्रदूषण खेतों की फसल को बरबाद कर रहा है तथा आम की बाग पर भी बुरा असर डाल रहा है वहीं पर डायरिया, सांस व आंख सम्बन्धी बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार खानपुर सादात में पिछले काफी समय से मई से गुल्ला बनाने का कारखाना लगाया गया है। यहां के बने गुल्ले जनपद के विभिन्न भठठो पर बिकने के लिये जाते है। जब मई से गुल्ले बनाये जाते है तो बेहद गन्दगी होती है और क्षेत्र में रह रहे विभिन्न प्रकार की बीमारियों का शिकार हो रहे है जिसमें सबसे ज्यादा डायरिया, सांस व आंख बीमारियां फैल रही है।
इस कारखाने को हटावाने की मांग भी की जा चुकी है लकिन किसी भी अधिकारी ने ध्यान नही दिया है। इसके अलावा इसी कारखाने के पास में दो विद्यालय है जिसमें एक सरकारी तो दूसरा प्राइवेट जब छात्र स्कूल जाते है तो दुर्गन्ध के चलते वह पढ़ाई नही कर पा रह है। प्रदूषण नियतंत्रण बोर्ड से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत की जा चुकी है लेकिन अभी तक क्षेत्र की जनता को राहत नही मिल सकी है।