बिसवां-सीतापुर। केंद्र सरकार व राज्य सरकार के महत्वपूर्ण मिशन में शामिल स्वच्छ्ता अभियान को उन्ही के कारिंदे सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे है । स्वच्छ्ता अभियान को लेकर जँहा जिले की मुखिया अधिकारियों कर्मचारियों को समय समय पर निर्देश देती नजर आती है वहीँ अधिकारियों कर्मचारियों की लचर कार्यप्रणाली के चलते सफाई कर्मी उनके आदेशों को दरकिनार करते नजर आ रहे वहीं आम जन मानस क्षेत्र में व्याप्त गंदगी से त्रस्त है। जन जागरूकता जैसे कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियो से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दिया जाने वाला संदेश इन कर्मचारियों के लिए के लिए कोई मायने नही रखता। बताते चले कि क्षेत्र में नियुक्त सफाई कर्मी अपने क्षेत्रों में जाना उचित नही समझतें।
ग्राम पंचायत बिसेड़ा के निवासी असलम,चेतराम कहार ने बताया कि लगभग पांच छह महीने से सफाई कर्मी नही आया वहीं शेखनपुरवा निवासी भाजपा नेता शफीक खा ने बताया कि गाँव मे चारो तरफ गंदगी फैली है यँहा नियुक्त सफाई कर्मी के दर्शन दुर्लभ है।गौरतलब है कि नगर से सटे ग्राम सत्तीनपुरवा का हाल बेहाल है बजबजाती नालियां,रास्ते पर भरा पानी स्वच्छ्ता अभियान की पोल खोल रहा है। ग्रामीणों को ही नही पता है कि कौन सफाई कर्मी हमारे यँहा नियुक्त है।गंदगी के चलते जँहा रास्तों पर चलना दूभर है वहीँ संक्रामक बीमारियों के बढ़ने से इनकार नही किया जा सकता।
ग्राम पंचायत सरैया मिर्जापुर, राजाडीह, बेनीपुर पैंदापुर ,पिपरी बेनी सिंह ,में भी स्वच्छ्ता अभियान की कलाई खुलती नजर आ रही है। करीमपनाह स्थित जूनियर हाईस्कूल की इंचार्ज नीलम सिंह ने बताया कि विद्यालय में बने शौचालय साफ न होने के कारण बच्चों को इस समस्या से दो चार होना पड़ता है। सूत्रों की मानें तो सफाई कर्मी प्रधान से लेकर कर्मचारियों को महीना पेशगी देकर अपना कार्य न कर अन्य कार्यो को बेखौफ होकर कर रहे है।
ग्राम राजडीह के निवासियों ने बताया कि सफाई कर्मी विनोद कुमार हप्तों देखा ही नही जाता अगर आया भी तो प्रमुख लोगो के यँहा हाजिरी बजा कर चला जाता है। वही बसेन्धा के प्रधनाने बताया कि हमारीग्रामसभामें पिछले ढाई सालों से सफाई कर्मी ही तैनात नही है तो ऐसे हालातों में ग्रामसभा की सुाई केैसे करवायसे। अब सवाल यह उठता है कि सरकार जहाँ स्वच्छ्ता को लेकर एक मिशन के रूप में जनजागरण अभियान चलाकर आमजन को जागरूक कर रही है वंही अधिकारियों कर्मचारियों की खाऊ कमाऊ व लचर कार्यशैली के चलते आम जन मानस त्रस्त है। ग्रामीण क्षेत्रों में जँहा गंदगी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही वही इस गंदगी से होने वाले संक्रामक रोगों, बीमारियों के बढ़ने से इनकार नही किया जा सकता।