‘हॉट सीट’ क्यों बन गई नगीना लोकसभा सीट?

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प होता हुआ नजर आ रहा है। सपा ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है तो दूसरी तरफ बसपा का किसी दल के साथ गठबंधन नहीं हुआ है और ऐसे में वोट कटने का डर सपा को जरूर सता रहा है जबकि यूपी की नगीना सीट पर अब मुकाबला काफी रोमांचक हो गया है क्योंकि इस सीट पर
चंद्रशेखर आज़ाद की भी एंट्री हो गई है।

इस वजह से नगीना लोकसभा सीट अब पूरी तरह से ‘हॉट सीट’ बन गई है। इस सीट की खास बात ये है कि बिजनौर जिले में आने वाली ये सीट, एक रिजर्व सीट है. यहां मुस्लिम आबादी करीब 50 फीसदी है, जो यहां के चुनावी समीकरण को लेकर लोग कई तरह की बाते कह रहे है लेकिन अब मुकाबला काफी अहम और दिलचस्प जरूर बन गया है।

दलित नेता के तौर अपनी खास पहचान रखने वाले चंद्रशेयर आजाद के पास अच्छा खासा वोट बैंक और इस वजह से कांग्रेस और सपा के साथ-साथ बसपा को भी नुकसान होना तय माना जा रहा है। पश्चिमी यूपी के दलित समुदाय में अच्छा खासा दखल रखते हैं।नगीना से सपा प्रत्याशी मनोज कुमार है। बीजेपी ने यहां से ओम कुमार को उम्मीदवार बनाया है। जो नगीना लोकसभा में ही आने वाली नहटौर सीट से मौजूदा विधायक हैं।

चंद्रशेखर आजाद के चुनाव लडऩे को लेकर बीजेपी की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। एक चैनल से बातचीत में बीजेपी उम्मीद ने चंद्रशेयर आजाद पर निशान साधते कहा कि ये लोकतंत्र है, सब लोग चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन मैं ये कहूंगा कि दलित समाज उनके पास क्यों जाएगा, उनके पास है क्या. कुछ और दिन की बात है, वो बोरिया बिस्तर बांधकर अपने घर चले जाएंगे।

हालांकि राजनीतिक के जानकारों की माने तो सपा के साथ बीजेपी को नुकसान होगा क्योंकि चंद्रेशयर भले ही चुनाव न जीते लेकिन वोट काटने का काम जरूर कर सकते हैं।

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