गांगुली ने भारतीय टीम को बनाया, वह वास्तव में टीम लीडर : श्रीकांत

नई दिल्ली। पूर्व भारतीय बल्लेबाज के श्रीकांत ने सौरव गांगुली की तारीफ की है। श्रीकांत ने सौरव गांगुली के बारे में कहा कि वे जन्म से ही लीडर हैं। सौरव गांगुली को 2000 में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था। अपनी कप्तानी में सौरव गांगुली ने भारत को 49 में से 21 टेस्ट मुकाबलों में जीत दिलाई थी। उन्हें सबसे सफल भारतीय कप्तानों में से एक माना जाता है।

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तमिल स्टार स्पोर्ट्स शॉ में बातचीत करते हुए श्रीकांत ने कहा कि वे ऐसे खिलाड़ी थे जो टीम समन्वय बना देते थे। क्लाइव लॉयड ने इस तरह 1976 में किया था। सौरव गांगुली ने टीम को एक साथ लाकर प्रेरणा दी। यही कारण था कि विदेशों में भी सौरव गांगुली सफल कप्तान रहे। उन्होंने बाहर भी जीतना शुरू किया, गांगुली जन्मजात लीडर हैं।

जब मैच फिक्सिंग आरोपों के बाद भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी बाहर हो गए थे तब सौरव गांगुली को कप्तान बनने का मौका मिला। यह काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि टीम को फिर से खड़ा करना था। सौरव गांगुली ने इस चुनौती को लेते हुए टीम में युवा खिलाड़ियों को मौके दिए और उन्हें इससे सफलता भी मिली।

वीरेंदर सहवाग, युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों को सौरव गांगुली ने मौके दिए और उनकी क्षमता परखते हुए टीम का अहम हिस्सा बनाया। यही कारण रहा कि 2002 में श्रीलंका में हुई चैम्पियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम मेजबान के साथ संयुक्त विजेता रही। इसके बाद 2003 विश्वकप में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी। हालांकि ख़िताब जीतने से वे चूक गए।

सौरव गांगुली कप्तानी के बाद भी लीडर ही रहे। आईपीएल में कप्तान बनने के बाद उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ का जिम्मा सम्भाला। वहां अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुए कई शानदार काम और सुधार किये। इसके बाद उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष बनने का मौका मिला। यह पद सम्भालते ही उन्होंने भारत में डे-नाईट टेस्ट मैच का आयोजन कराया। श्रीकांत की बात को सही मायनों में समझें तो कह सकते हैं कि गांगुली में लीडरशिप के गुण शुरू से ही भरे हुए हैं। वे जन्म से ही साथ आए थे।

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