गुड़गांव। रेप और हत्या के मामलों में हरियाणा की रोहतक जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की तबीयत फिर बिगड़ गई। पुलिस उसे गुड़गांव के मेदांता अस्पताल लेकर पहुंची। उसके कुछ मेडिकल टेस्ट होना हैं। पिछले 26 दिन में यह तीसरी बार है, जब तबीयत खराब होने की वजह से राम रहीम जेल से बाहर आया है। एक बार वह मां से मिलने पैरोल पर बाहर आया था।
तीन दिन पहले ही पेट में दर्द की शिकायत के बाद PGIMS पहुंचाकर दो घंटे में उसके कई टेस्ट कराए गए थे। माना जा रहा है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ पिछले कुछ दिनों से राम रहीम की तबीयत खराब रह रही है। इसी के चलते पिछले 26 दिन में तीन बार अस्पताल ले जाना पड़ा है।
CT स्कैन, एंजियोग्राफी और फाइब्रो स्कैन पहले ही हो चुकी
रविवार सुबह 10 बजे DSP शमशेर सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम राम रहीम को लेकर सुनारियां जेल से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंची। पिछली बार पेट दर्द के चलते राम रहीम को PGIMS में भर्ती कराया था। तब CT स्कैन, एंजियोग्राफी और फाइब्रो स्कैन जैसे टेस्ट हुए थे। सूत्रों का कहना है कि अब जो टेस्ट होना है, उसकी सुविधा PGIMS में नहीं है।
हालांकि डॉक्टरों की पैनल ने AIIMS में जांच कराने की सलाह दी थी, लेकिन कोरोना की वजह से वहां अभी कोई टेस्ट नहीं हो रहे हैं। ऐसे में राम रहीम को मेडिकल टेस्ट के लिए मेदांता अस्पताल लाया गया।
जेल अधीक्षक ने की पुष्टि
इसकी पुष्टि करते हुए जेल अधीक्षक सुनील सांगवान ने कहा है कि कैदी राम रहीम का इलाज PGIMS में ही चल रहा था। लेकिन इस बार जो टेस्ट होने हैं, उनकी सुविधा यहां उपलब्ध नहीं है। AIIMS में अभी यह सुविधा बंद है। ऐसे में डॉक्टरों की कमेटी के सुझाव पर टेस्ट के लिए गुरुग्राम ले जाया गया है।
एक बार मां से मिलने भी बाहर आया था
रविवार को गुरमीत राम रहीम सिंह को 26 दिन के अंदर चौथी बार जेल से बाहर लाया गया था। 12 मई को ब्लड प्रेशर की समस्या और बेचैनी के बाद उसे PGIMS लाया गया था। फिर 17 मई को इमरजेंसी पैरोल पर मां से मिलाने के लिए गुरुग्राम ले जाया गया था। उस समय पैरोल 48 घंटे की मिली थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस उसे शाम ढलने से पहले वापस लेकर आ गई थी। 2 जून की रात को पेट दर्द की शिकायत के बाद 3 जून की सुबह PGIMS में चेकअप के लिए लाया गया था।