नई दिल्ली। अक्टूबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खेलने को लेकर सस्पेंस अब भी बरकरार है। अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो चुका है। तालिबानी कब्जे के बाद अफगानिस्तान में क्रिकेट बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया गया है और महिलाओं के क्रिकेट खेलने पर रोक लगा दी गई है।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के कार्यकारी निदेशक हामिद शिनवानी की जगह नसीबुल्लाह हक्कानी ने ली है। ऐसे में अगर अफगानिस्तान टीम तालिबान के झंडे तले खेलती है, तो इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) उस पर बैन लगा सकती है।
ICC के एक अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि अफगानिस्तान के टी-20 वर्ल्ड कप में खेलने को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। अफगानिस्तान के हालातों पर नजर रखी जा रही है। सामान्य तौर पर अगर ICC अगर किसी क्रिकेट बोर्ड को प्रतिबंधित करता देता है तो वह सुनिश्चित करता है कि खिलाड़ियों पर इसका असर नहीं पड़े। इसमें खिलाड़ियों की कोई गलती नहीं है।
दूसरे देशों का विरोध झेलना पड़ेगा
ICC के नियमों के मुताबिक, खिलाड़ियों को यह बताना होता है कि वे किस बैनर तले खेलना चाहते हैं। अगर अफगानिस्तानी क्रिकेटर तालिबान के बैनर तले खेलने की बात कहते हैं तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि पाकिस्तान के अलावा बाकी देश इसके पक्ष में नहीं होंगे। ऐसे में ICC न केवल अफगानिस्तान के खेलने पर प्रतिबंध लगा सकता है, बल्कि उसे क्रिकेट के 8 सदस्य देशों की लिस्ट से भी बाहर कर सकता है।
अफगानिस्तान, भारत सहित मुख्य ड्रॉ में खेलने वाली 8 टीमों में शामिल
टी-20 वर्ल्डकप 17 अक्टूबर से UAE और ओमान में शुरू होगा, जबकि फाइनल 14 नवंबर को खेला जाएगा। इसका आयोजन भारत में किया जाना था, पर कोरोना की वजह से इसका स्थान बदलना पड़ा। अब इसे UAE और ओमान में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के बैनर तले ही कराया जा रहा है।
अफगानिस्तान भारत, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के साथ उन आठ टीमों में शामिल है, जो मुख्य ड्रॉ में खेलेंगे। अफगानिस्तान को ग्रुप 2 में भारत, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के साथ खेलना है।
तालिबान पहले ही ICC के नियमों का कर चुका है उल्लंघन
अफगानिस्तान में पहले ही तालिबान ने महिला क्रिकेट पर प्रतिबंध लगाकर ICC के नियमों का उल्लंघन किया है। ICC के नियमों के अनुसार सदस्य देशों की पुरुष और महिला टीम होना जरूरी है। अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से ही ICC के अन्य देश अफगानिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड इस साल अफगानिस्तान के साथ होने वाले इकलौते टेस्ट मैच को भी रद्द किए जाने की चेतावनी दे चुका है।