इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने बुधवार को चीन के राजदूत जियांग जेडोंग को भारत के साथ बढ़े तनाव और हालिया सैन्य घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। बुधवार तड़के भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के बहावलपुर आतंकी कैंप सहित नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया। बहावलपुर जैश का एक मजबूत गढ़ माना जाता है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार, चीनी राजदूत ने डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की और मौजूदा तनाव पर चर्चा की। विदेश कार्यालय ने बयान में कहा, “डिप्टी प्रधानमंत्री ने चीनी राजदूत को भारत की ओर से पाकिस्तान की संप्रभुता के ‘उल्लंघन’ और बेगुनाह लोगों की दर्दनाक मौत के बारे में जानकारी दी।”
इशाक डार ने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी हुकूमत और सरहदी अखंडता की हिफाजत हर कीमत पर करेगा।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने इलाके की सुरक्षा से जुड़े ताजा हालात पर राय साझा की और तमाम जरूरी इलाकों में नजदीकी बनाए रखा। इसी बीच चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर भारत और पाकिस्तान से सबसे ज़्यादा संयम बरतने की अपील की। बयान में कहा गया, “हम मौजूदा सूरत-ए-हाल से फिकरमंद हैं। भारत और पाकिस्तान हमेशा एक-दूसरे के पड़ोसी रहेंगे। वो चीन के भी पड़ोसी हैं।”
चीनी विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, “चीन हर किस्म की दहशतगर्दी के सख्त खिलाफ है।” चीन का यह बयान पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तरफ इशारा था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
बयान में आगे कहा गया, “हम दोनों पक्षों से अपील करते हैं कि वो इलाके में अमन कायम करें और संयम बरतें और ऐसे कदमों से परहेज करें जो हालात को और संगीन बना सकते हैं।” चीन ने भारत की सैन्य कार्रवाई को ‘अफसोसनाक’ बताया और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साथ मिलकर तनाव घटाने की वकालत की है।