– घर और दफ्तर से 1.50 लाख की नकदी और कई अहम दस्तावेज बरामद
सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक पश्चिम मध्य रेलवे अंतर्गत राजस्थान के करौली जिले के हिंडन सिटी में कार्यरत रेलवे के एक ठेकेदार ने सीओएस के बारे में शिकायत की थी कि उसने जो ठेका लिया था, वह काम दिसम्बर, 2019 में समाप्त हो गया।
जब भुगतान मांगा तो गंगापुर सिटी के मुख्य कार्यालय अधीक्षक जालंधर योगी ने बिल पास करने के लिए 0.5 फीसदी की दर से रिश्वत की मांग की। यह रकम कुल साढ़े 11 हजार रुपये बनती थी। ठेकेदार ने रिश्वत देने के बजाय मामले की शिकायत सीबीआई से कर दी। इसी आधार पर सीबीआई ने मामले की आरंभिक जांच की और जाल बिछाकर दस हजार रुपये की रिश्वत ले रहे रेलवे अधिकारी जालंधर योगी को गिरफ्तार कर लिया।
साथ ही सीबीआई ने सीओएस के कार्यालय के अलावा हिंडौन स्थित उसके निवास पर भी छापेमारी की तो दोनों जगह मिलाकर कुल 1.50 लाख की नकदी और कई अहम दस्तावेज मिले।
गुरुवार को सीबीआई ने जालंधर योगी को सीबीआई की विशेष अदालत जयपुर की कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सीबीआई का कहना है कि आरोपित ने इससे पहले भी कुछ लोगों से रिश्वत ली है। उसका हिसाब-किताब बरामद दस्तावेजों में दर्ज है। मामले की जांच की जा रही है।