नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के आठवें दिन भी विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी रहा। इसके बाद सभापति ने हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की है। हंगामा करने वाले विपक्षी दलों के 8 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित होने वाले सांसदों में टीएमसी के एक सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी शामिल है।
एक हफ्ते के लिए निलंबित होने के खिलाफ विपक्ष के 8 सांसद सदन में मौजूद हैं और लगातार हंगामा करते रहे। इसके बाद सभापति वैंकेया नायडू ने इन 8 सांसदों को पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। हंगामे को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही 11.07 मिनट तक स्थगित की गई है।
इसके साथ ही राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उपसभापति हरिवंश के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को सोमवार को खारिज कर दिया और कहा कि प्रस्ताव उचित प्रारूप में नहीं था। उन्होंने सदन में इसकी घोषणा की।
सभापति नायडू ने कहा कि सदन की कार्यवाही के रिकार्ड के अनुसार उपसभापति ने सदस्यों को अपने स्थानों पर जाने और सदन में हंगामा नहीं करने और अपने संशोधन पेश करने के लिए बार बार कहा था। साथ ही सदस्य अपने स्थानों पर लौट जाएं उसके बाद वह मतविभाजन कराएंगे। उनके खिलाफ पेश किया गया प्रस्ताव निर्धारित प्रारूप में नहीं है और इसके लिए जरूरी 14 दिनों के समय का भी पालन नहीं किया गया है।
सभापति ने कहा कि कल हंगामे के दौरान सदस्यों का व्यवहार आपत्तिजनक और असंसदीय था। उन्होंने कहा कि कल का दिन राज्यसभा के लिए बहुत खराब दिन था। इस दौरान सदस्यों ने उपसभापति के साथ अमर्यादित आचरण भी किया।
बीजेपी सांसद ने इनकी शिकायत की थी। इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इन सांसदों के खिलाफ एक्शन लिया। निलंबित होने वाले सांसदों में डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, रिपुन बोरा, नजीर हुसैन, केके रागेश, ए करीम, राजीव साटव, डोला सेन हैं। इस दौरान सदन में हंगामा जारी रहा और सभापति ने नौ बजकर करीब 40 मिनट पर बैठक 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।