नई दिल्ली। दुनिया के 210 से ज्यादा देश कोरोना वायरस के संक्रमण जूझ रहे हैं। संक्रमण के नए मामले तो बढ़ ही रहे हैं, लेकिन लोग इससे उबर भी रहे हैं। भारत में भी पहले से उपलब्ध और नई दवाओं के जरिए लोग तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। लेकिन दोबारा संक्रमण के मामलों ने चिंता बढ़ाई है। कोरोना से एक बार ठीक हो जाने के बाद लोग फिर से कोरोना संक्रमित हो रहे हैं।
देश में भी ऐसे तीन नए मामले सामने आए हैं। आईसीएमआर यानी भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि दोबारा संक्रमित होने की समय सीमा 100 दिन तय की गई है। यह जानकारी देश के शीर्ष चिकित्सा अनुसंधन निकाय ने दी।

आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि देश में कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमण के तीन मामले मिले हैं। इनमें से दो केस मुंबई और अहमदाबाद में एक केस सामने आया है। कोरोना से ठीक होने के 100 दिन बाद दोबारा संक्रमण हो सकता है। कई अध्ययनों में भी यह सामने आया है कि एक बार संक्रमित होने वाले व्यक्ति के शरीर में आमतौर पर चार महीने तक एंटीबॉडीज मौजूद रहती है।
बलराम भार्गव ने आगे बताते हुए कहा कि दोबारा संक्रमण का मामला पहली बार हांगकांग में सामने आया था। उन्होंने कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से हमें कुछ डाटा मिला है, जिसमें दुनियाभर में दोबारा संक्रमण के दो दर्जन मामलों की चर्चा है। दोबारा संक्रमित होने वाले लोगों से टेलीफोन पर बात कर कुछ और डाटा एकत्र करने की कोशिश की जा रही है।
भार्गव ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अबतक यह नहीं बताया कि कोई व्यक्ति 90 दिन, 100 दिन या 120 दिन बाद दोबारा संक्रमित हो सकता है। लेकिन सरकार ने इसकी समय सीमा 100 दिन तय कर दी है। उन्होंने कहा कि किसी मरीज के ठीक होने के 100 दिन बाद दोबारा संक्रमित होने का खतरा रहता है।