दुबई। भारतीय टीम ने अक्षर पटेल को जिस तरह से इस टूर्नामेंट में इस्तेमाल किया है वह चैंपियंस ट्रॉफी के तुरुप के इक्के साबित हुए हैं। कोच गौतम गंभीर ने उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कराते हुए बाएं-दाएं हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन कायम रखा और उनसे उनके कोटे के ज्यादा से ज्यादा ओवर कराकर विपक्षी टीमों पर दबाव बनाया।
पांड्या-राहुल पर मिली तरजीह
इस टूर्नामेंट में वह कई मैचों में केएल राहुल और हार्दिक पांड्या से ऊपर उतरे जो ये बताता है कि भारतीय टीम प्रबंधन को उनकी बल्लेबाजी पर कितना भरोसा है। अक्षर पटेल चार मैचों में 80 रन बना चुके हैं, जिसमें उन्होंने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 42 रन की बढ़िया पारी खेली थी। हार्दिक पांड्या ने उनसे एक ज्यादा 81 रन बनाए हैं।
पटेल ने आस्ट्रेलिया के विरुद्ध भी 27 रन बनाए थे। यही नहीं वह इस टूर्नामेंट में पांच विकेट भी ले चुके हैं। भारत के लिए उनसे ज्यादा आठ विकेट मोहम्मद शमी और सात विकेट वरुण चक्रवर्ती ने लिए हैं। अनुभवी राहुल की जगह अक्षर को पांचवें नंबर पर उतारने का टीम प्रबंधन का फैसला जोखिम भरा था, लेकिन उन्होंने इसे सही साबित किया।
नंबर-5 पर हिट हुए अक्षर
अक्षर पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेले गए दूसरे वनडे मैच से नियमित रूप से पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने पहले मैच में ही 44 रन बनाए थे। उन्होंने इसके बाद पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 52, नाबाद 41, 8, नाबाद 3, 42 और 27 रन बनाए हैं।
राहुल के पहली पसंद का विकेटकीपर होने के कारण रिषभ पंत के नहीं खेलने से भारत के लिए यह संयोजन बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ।
फाइनल के लिए उपयोगी
भारत को फाइनल में कीवियों से भिड़ना है। उसके पूर्व कप्तान केन विलियमसन भारत और ट्रॉफी के बीच एक बड़ा खतरा होंगे। वह ग्रुप चरण के मैच में भी भारत के विरुद्ध अड़ गए थे लेकिन अक्षर ने ही उन्हें स्टंप आउट कराया था। 250 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए विलियमसन 81 रन बनाकर खेल रहे थे।उन्होंने अक्षर की गेंद पर आगे बढ़कर लंबा शॉट खेलना चाहा लेकिन गेंद ने उन्हें गच्चा दिया और विकेटकीपर केएल राहुल ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं। अक्षर के 10 ओवर के कोटे की यह अंतिम गेंद थी जिसने मैच का रुख भारत की तरफ मोड़ दिया था।
अक्षर ने बदली अपनी छवि
अक्षर कितने मजबूत ऑलराउंडर साबित हो रहे हैं उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने चार मैचों में अपने कोटे के 40 में से 37 ओवर किए हैं। इसमें सिर्फ 4.51 की इकोनामी से सिर्फ 167 रन दिए हैं।अक्षर को पहले गेंदबाजी ऑलराउंडर माना जाता था, लेकिन उन्होंने वर्ष 2022 से अपनी बल्लेबाजी पर काम किया और टीम प्रबंधन ने जब उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा तो वह अपेक्षाओं पर पूरी तरह से खरा उतरे। इससे पहले अक्षर ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध बारबाडोस में नाबाद 64 रन की पारी खेल कर अपनी बल्लेबाजी में सुधार का संकेत दिया था।
कुछ साबित नहीं करना: अक्षर
अक्षर ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ उस मैच के बाद मुझे लगने लगा कि मैं मैच का अच्छी तरह से समापन कर सकता हूं। मुझे जब वह आत्मविश्वास मिला तो फिर मैंने इस बारे में ज्यादा सोचना बंद कर दिया कि मुझे अपनी बल्लेबाजी को लेकर किसी के सामने कुछ साबित करना है।
हम अक्षर की योग्यता और क्षमता को जानते हैं और हमने उसे पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने का लगातार मौका दिया है ताकि वह अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखे। उसने जब से पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी शुरू की तब से उसने अच्छा योगदान दिया है।- गौतम गंभीर, कोच
इंग्लैंड के विरुद्ध वनडे सीरीज से पहले अक्षर को स्पष्ट संदेश दे दिया गया था कि चाहे किसी भी तरह की स्थिति हो उसे पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी है। उसने पिछले साल से अपनी बल्लेबाजी में काफी सुधार किया है और इसलिए हमें लगा कि मध्यक्रम में हम उसकी बल्लेबाजी का फायदा उठा सकते हैं।- रोहित शर्मा, कप्तान, भारत