नई दिल्ली। टेलीकॉम से जुड़े डिवाइसेज तैयार करने वाली कंपनी नोकिया ने भारत में 5G डिवाइसेज का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। वे इन नेक्स्ट जनरेशन डिवाइसेज को उन देशों में भेज रहे हैं जो विकसित देशों की श्रेणी में आ चुके हैं।
भारत में 5G सर्विस का शुरू होना स्पेक्ट्रम नीलामी पर निर्भर है, क्योंकि टेलीकॉम ऑपरेटर्स को देश में 5G सर्विस शुरू करने के लिए उपयुक्त वायरलेस आवृत्तियों की आवश्यकता होती है। बता दें कि नोकिया के राइट्स अब फिनलैंड की कंपनी एचएमडी ग्लोबल के पास हैं।
नोकिया के सीनियर प्रेसिडेंट और भारतीय बाजार को लीड करने वाले संजय मलिक ने कहा, ‘भारत में पहली बार 5G NR का निर्माण करने से लेकर mMIMO का निर्माण करने तक, यह सर्वश्रेष्ठ श्रेणी के डिवाइसेज का प्रोडक्शन करने के लिए हमारी इनोवेटिव मैन्युफैक्चरिंग कैपेबिलिटी और भारत के कौशल और प्रतिभा में हमारे विश्वास को प्रदर्शित करता है। यह हमें 5G लॉन्च की तैयारी कर रहे भारतीय ऑपरेटर्स का सहयोग करने में सक्षम बनाएगा।’
चेन्नई प्लांट में तैयार हो रही 5G डिवाइसेज
कंपनी ने बताया कि भारत में 5G न्यू रेडियो का निर्माण करने वाला नोकिया पहला था, और अब यह मैसिव मल्टीपल इनपुट मल्टीपल आउटपुट (mMIMO) समाधान का प्रोडक्शन कर रहा है। नोकिया का चेन्नई प्लांट एडवांस 5G मैसिव MIMO डिवाइसेज का प्रोडक्शन कर उन देशों को भेजा जा रहा है, जो 5G टेक्नोलॉजी के उन्नत चरणों में हैं।
50 लाख से ज्यादा डिवाइसेज का निर्माण हुआ
कंपनी ने बताया कि साल 2008 से इस साइट ने 50 लाख टेलीकॉम नेटवर्क डिवाइसेज यूनिट्स का प्रोडक्शन किया है, जिसमें से 50 फीसदी से अधिक 100 से अधिक देशों को निर्यात किया गया है।’ नोकिया ने दावा किया है कि उसने साल 2008 से इस सुविधा को विकसित करने में 600 करोड़ रुपए से अधिक निवेश किए हैं।
नोकिया ने कहा, ‘हमारा चेन्नई प्लांट भारत की मैन्युफैक्चरिंग कैपेबिलिटी के एक मानक के रूप में उभरा है, जो भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में दूरसंचार प्रौद्योगिकी की एक पूरी श्रृंखला ला रहा है।’