नई दिल्ली। क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) शॉर्ट पिच और बाउंसर्स को लेकर नियमों में बदलाव के लिए तैयार हो गया है। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर चर्चा के बाद इसमें बदलाव किया जाएगा। 2022 तक इसका परिणाम आने की संभावना है। इसके साथ ही डिसिजन रिव्यू सिस्टम (DRS) में अंपायर्स कॉल को लेकर कन्फ्यूजन पर भी MCC ने बातचीत की।
क्या है शॉर्ट बॉल और बाउंसर का मामला?
इंटरनेशनल कन्कशन एंड हेड इंजरी रिसर्च फाउंडेशन के मीडिया निदेशक टर्नर ने MCC से 18 से कम उम्र के खिलाड़ियों के लिए बाउंसर पर बैन लगाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि हेलमेट को सिर के फ्रैक्चर को रोकने के लिए तैयार किया गया है, कन्कशन रोकने के लिए नहीं। ऐसे में अगर जरूरी हो तो नियमों में बदलाव होना चाहिए।
टर्नर ने कहा था कि सिर पर चोट लगने से युवाओं को लंबे समय तक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इससे युवाओं के दिमाग पर इसका गंभीर असर देखने को मिल सकता है। टर्नर ने सुझाव दिया कि सीनियर क्रिकेटरों के साथ टूर्नामेंट में भाग लेने वाले 18 साल से कम के खिलाड़ियों के माता-पिता को इसके बारे में पता होना चाहिए और इसके लिए उनकी सहमति प्राप्त की जानी चाहिए।
हालांकि, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि अगर पुरुष क्रिकेटरों को सीधे सीनियर लेवल पर बाउंसर या शॉर्ट पिच बॉलों का सामना करना पड़ेगा तो यह और खतरनाक होगा। वॉन ने टर्नर के सुझाव को हास्यास्पद बताया था। उन्होंने कहा कि अगर जूनियर स्तर पर बाउंसर पर बैन लगता है तो सीनियर स्तर पर भी लगाना होगा।
शॉर्ट पिच डिलीवरी को लेकर MCC कमेटी ने की चर्चा
इसके बाद MCC वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी ने क्रिकेट में आ रही दिक्कतों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। कमेटी ने इसको लेकर बयान जारी करते हुए कहा कि शॉर्ट पिच डिलीवरी के नियम क्रिकेट के लिए सही है या नहीं, यह देखने वाली बात है। MCC का काम क्रिकेट नियमों के सही तरीके से इस्तेमाल की देखरेख करना है।
कमेटी में संगाकारा, गांगुली, वॉर्न और गैटिंग जैसे खिलाड़ी
कमेटी ने कहा कि कन्कशन को लेकर हुए बदलाव के बाद इसका इस्तेमाल बढ़ गया है। ऐसे में MCC लगातार शॉर्ट पिच गेंदों को लेकर मॉनीटर करता आ रहा है। माइक गैटिंग, कुमार संगाकारा, शेन वॉर्न और सौरव गांगुली के नेतृत्व में कमेटी ने बैट और बॉल के बीच बैलेंस बनाए रखने पर भी जोर दिया।
2022 से पहले निर्णय आने की संभावना बेहद कम
कमेटी ने कहा कि MCC ने कंसल्टेशन के बाद फीडबैक देने को लेकर आश्वस्त किया है। इसको लेकर मार्च, 2021 से एक सर्वे किया जाएगा। इसमें कुछ गिने चुने ग्रुप को शामिल किया जाएगा। इसको लेकर अंतिम निर्णय 2022 में आ सकता है। शॉर्ट बॉल को लेकर पहले डेटा कलेक्ट किया जाएगा।
DRS में कन्फ्यूजन को लेकर भी कमेटी ने बातचीत की
फिर इस पर कई कमेटी और सब कमेटी डिबेट करेंगी। बदलाव को लेकर फाइनल प्रपोजल दिसंबर, 2021 तक आएगा। आखिरी निर्णय 2022 के शुरुआती महीनों में आ जाएंगे। कमेटी ने कहा कि मीटिंग में DRS को लेकर भी बातचीत हुई। इसमें अंपायर्स कॉल को लेकर कन्फ्यूजन पर चर्चा की गई।