अखिलेश के ‘शेर’ अब योगी के गढ़ में दहाड़ेंगे, सपाइयों ने CM पर साधा निशाना

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के इटावा लायन सफारी से दो शेर पटौदी और मरियम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर भेजे जाएंगे। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। पटौदी और मरियम को गोरखपुर में अशफाक उल्ला खां चिड़ियाघर में रखा जाएगा। लायन सफारी प्रशासन ने शनिवार को दोनों शेरों को गोरखपुर भेजा जाएगा। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इटावा में लायन सफारी अपने कार्यकाल में बनवाया था।

Advertisement

इस पर सपाइयों ने मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधा है। कहा कि कुंठित मानसिकता वाली सरकार इटावा सफारी पार्क को शुरू ही नहीं करना चाहती है।

इटावा सफारी पार्क का निर्माण मई 2012 में 295 करोड़ रुपए से हुआ था। यह पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। यहां गुजरात से शेर लाए गए थे। वर्तमान में गोरखपुर में अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान बनकर तैयार हो गया है। जिसका लोकार्पण मार्च माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों होना प्रस्तावित है। जहां 58 से ज्यादा प्रजाति के 387 वन्य जीव-जंतु रखे जाएंगे।

25 सितंबर 2019 को जूनागढ़ से लाए गए थे मरियम व पटौदी

अब इटावा सफारी पार्क के शेर पटौदी और मरियम को गोरखपुर में अशफाक उल्ला प्राणी उद्यान की शान बनेंगे। इन दोनों शेरों को कड़ी सुरक्षा के बीच इटावा सफारी के डॉक्टर और कीपरों की टीम के साथ 27 फरवरी की शाम 4 और 5 बजे के बीच गोरखपुर के लिए रवाना किया जाएगा। पटौदी और मरियम 25 सितंबर 2019 को जूनागढ़ से इटावा लायन सफारी में लाया गया था। गोरखपुर भेजने के लिए विशेष वाहन का इंतजाम किया गया है।

शेरों की विलुप्त हो रही प्रजाति के संरक्षण के लिए साल 2012 में इटावा सफारी पार्क में बब्बर शेर प्रजनन केंद्र स्थापित किया गया था। पूरे देश में बब्बर शेरों की संख्या करीब 500 के आसपास है। इटावा लायन सफारी में शुरू में तीन शेर व तीन शेरनियों को लाया गया था।
शेरों की विलुप्त हो रही प्रजाति के संरक्षण के लिए साल 2012 में इटावा सफारी पार्क में बब्बर शेर प्रजनन केंद्र स्थापित किया गया था। पूरे देश में बब्बर शेरों की संख्या करीब 500 के आसपास है। इटावा लायन सफारी में शुरू में तीन शेर व तीन शेरनियों को लाया गया था।

निदेशक बोले- गोरखपुर के लिए ही लाए गए थे दोनों शेर

इटावा सफारी पार्क के निदेशक राजीव मिश्रा ने बताया कि लायन सफारी में 18 माह का वक्त गुजारने के बाद पटौदी और मरियम की जोड़ी को भेजा जा रहा है। वह गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए ही यहां लाए गए थे। दोनों को सकुशल पहुंचाने के लिए एक डाक्टर, फारेस्टर, दो कीपर साथ भेजे जाएंगे।

सपा जिलाध्यक्ष ने सरकार की मंशा पर खड़े किए सवाल

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने प्रदेश की योगी सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि सफारी पार्क से शेरों को गोरखपुर या अन्य जगह भेजा जाना उचित नहीं है। जो शेर इटावा के लिए आए थे उनको इटावा में ही रहना देना चाहिए था। यह सरकार नहीं चाहती है कि इटावा सफारी पार्क का संचालन पर्यटकों के लिए हो सके।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here