घोटाला: भोपाल में एक दिन में 555 आधार पर दो-दो, 90 पर 3-3 और 1 पर 16 लोगों का वैक्सीनेशन

भोपाल। राजधानी में 21 जून को कोविड वैक्सीनेशन महाअभियान के दौरान दर्जनों घालमेल सामने आए है। उस दिन 555 आधार नंबर पर दो-दो और 90 पर तीन-तीन लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। इतना ही नहीं, बैरागढ़ में एक कैंप में एक ही आधार नंबर पर 16 लोगों को टीका लगा दिया गया, जिनमें से तीन लोग झारखंड, महाराष्ट्र और सतना के हैं।

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खास बात यह है कि ये लोग आज तक भोपाल आए ही नहीं, लेकिन राजधानी के रिकॉर्ड में इन्हें वैक्सीन लगाई गई है। यह खुलासा कोलार, बैरागढ़, बैरसिया और सिटी क्षेत्र के 10 हजार लोगों के वैक्सीनेशन डाटा की पड़ताल में हुआ है।

10 हजार लोगों के वैक्सीनेशन डेटा रिकॉर्ड में 661 लोगों के आधार नंबर पर 1459 लोगों को वैक्सीन लगाना बताया गया है। इनमें सबसे ज्यादा 555 आधार नंबर ऐसे हैं, जिन पर 2-2 लोगों का वैक्सीनेशन होना रिकॉर्ड में दर्ज है।

रिकॉर्ड के अनुसार बैरागढ़ के एक वैक्सीनेशन सेंटर पर आधार नंबर ********9999 पर सुलेमान को कोविड का टीका लगाए जाने की जानकारी दर्ज है। सरकारी दस्तावेजों में सुलेमान का जो मोबाइल नंबर ( 982####890 ) दिया गया है, वह सतना के राज चांदवानी का है। राज के मुताबिक वह पिछले छह साल से भोपाल नहीं आए है।

राज चांदवानी की तरह ही झारखंड के 47 वर्षीय रामदयाल और महाराष्ट्र के पुणे में रह रही प्रियंका को भी ********9999 नंबर पर कोविड का टीका रिकार्ड में लगा दिया गया। जबकि रामदयाल और प्रियंका ने भोपाल में वैक्सीन लगवाई ही नहीं है। महाअिभयान का यह महाघोटाला तो सिर्फ 10 हजार लोगों के डेटा में हमने ढूंढ निकाला है।

********3301 से 3399 के बीच सीरियल नंबर से 50 को टीका
वैक्सीनेशन डेटा रिपोर्ट के अनुसार बैरसिया, बैरागढ़, कोलार क्षेत्र और सिटी सर्कल के कई वैक्सीनेशन सेंटर्स के रिकॉर्ड में हितग्राहियों के रजिस्टर्ड आधार नंबर सीरीज के रूप में दर्ज हैं। आखिरी चार नंबरों की शुरूआत 33 से शुरू हो रही है। रिकॉर्ड में 3301 से लेकर 3399 के बीच के 50 नंबरों पर अलग-अलग लोगों को रजिस्टर किया गया है। लेकिन, इन सभी के मोबाइल नंबर अलग-अलग हैं। जिनमें कुछ नंबर तमिलनाडू, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के हैं। इसके चलते वैक्सीनेशन महाअभियान के तहत प्रदेश में हुए रिकार्ड वैक्सीनेशन के आंकड़ों पर सवाल उठने लगे हैं।

जो कभी भोपाल आए ही नहीं, रिकॉर्ड में झारखंड-महाराष्ट्र के उन लोगों को भी टीके लगाए

कोविन पोर्टल पर अपलोड रिपोर्ट...एक ही तरह के आधार नंबर पर अलग-अलग लोगों को लगाई वैक्सीन।
कोविन पोर्टल पर अपलोड रिपोर्ट…एक ही तरह के आधार नंबर पर अलग-अलग लोगों को लगाई वैक्सीन।

केस-1 बिलासपुर के हर्ष के नंबर पर भोपाल में भरतराम और पारो को लगा टीका
मोबाइल नंबर 6262###828 पर भरतराम और पारो बाई को टीका लगाए जाने की जानकारी वैक्सीनेशन रिकार्ड में दी गई है। इसमें रजिस्टर किया गया मोबाइल नंबर बिलासपुर के हर्ष नागदेव का है। जो कभी भोपाल नहीं आए हैं। हर्ष ने बताया कि उनके परिवार में भरतराम और पारो बाई नाम का कोई सदस्य ही नहीं है। ना ही परिवार के किसी सदस्य ने भोपाल में कोरोना का टीका लगवाया है।

केस-2 चार मोबाइल नंबर से एक आधार नंबर काे रजिस्टर्ड कर लगाया टीका
चार अलग-अलग मोबाइल नंबर से कोविड टीकाकरण के लिए चार लोगों को रजिस्टर्ड किया गया। लेकिन, वैक्सीन लगाने के लिए सभी का आधार नंबर एक #### #### 0774 दर्ज किया गया। वैक्सीनेशन रिकार्ड में इस आधार नंबर से नीलम अग्रवाल, द्वारिका बाई राजौरा, और हाजरा बाई को कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका और मोहम्मद फरीद को पहला टीका लगा है।

केस-3 बैरसिया में एक ही आधार नंबर पर चार लोगों को लगा दी वैक्सीन
बैरसिया में #### #### 0274 आधार नंबर पर स्वाति, उमेंद्र, गुलदेश और वीमेंद्र को कोरोना का टीका 21 जून को लगाया जाना रिकार्ड में दर्ज है। चारों हितग्रहियों के मोबाइल नंबर अलग-अलग दर्ज हैं। दिए गए मोबाइल नंबरों में से केवल गुलदेश और स्वाति ने बैरसिया में टीका लगवाने की पुष्टि की की है। जबकि वीमेंद्र के नाम से दर्ज नंबर , दूसरे व्यक्ति का और उमेंद्र का मोबाइल नंबर ही गलत निकला।

केस-4 वैक्सीन एक बार लगी, नाम दो जगह दर्ज अरुणा की जगह नाम भी अरुण कर दिया
अरुण कोचेटा ने भोपाल के द्वारकाधाम संजीव नगर में डोज लगवाई। इनके नाम के आगे जो आधार नंबर लिखा है, उसके आखिरी की चार नंबर #### #### 9999 है। अरुण ने बताया कि उनके आधार नंबर के आखिरी चार अंक 5382 हैं। उनकी बेटी ने बताया कि अरुणा के नाम से जो सर्टिफिकेट आया, उसमें अरुणा की बजाय अरुण लिख दिया। इतना ही नहीं उनके नाम से पोर्टल में जो जगह इंट्री कर दी गई और दोनों जगह आधार नंबर अलग-अलग है।

केस-5 तमिलनाडु के नागराज के मोबाइल नंबर पर बैरसिया में रेखा को टीका
आधार नंबर #### #### 0#44 पर बैरसिया में संदीप नामदेव, रेखा और रेखा अहिरवार को टीका लगना बताया गया है। जो बैरसिया के संदीप का है। संदीप ने कहा- टीका तो लगा, लेकिन रेखा और रेखा को वे नहीं जानते। रिकाॅर्ड में रेखा अहिरवार का मोबाइल नंबर 96####8147 दर्ज है। जो तमिलनाडु के 64 वर्षीय नागराज का है। जबकि वैक्सीनेशन के लिए दूसरी रेखा द्वारा रजिस्टर्ड कराया मोबाइल नंबर ही आऊट ऑफ सर्विस है।

वैक्सीनेशन में MP का रिकॉर्ड बनाया
मध्यप्रदेश में 21 जून को महा अभियान की शुरुआत की गई थी। पहले दिन 17.42 लाख, 23 जून को 11.59 लाख, 24 जून को 7.33 लाख वैक्सीन लगाई गई थी। इसके चलते MP लगातार तीसरे दिन देश में नंबर-1 रहा था। 21 जून के रिकॉर्ड वैक्सीनेशन को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकाॅर्ड में शामिल किया गया था। 20 जून तक MP में 1 करोड़ 49 लाख 46 हजार 587 डोज लगाए गए थे। इसके बाद 28 जून (दोपहर 2.15 बजे तक) आंकड़े में 51 लाख 60 हजार 408 में बढ़ोतरी हो गई।

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