लखनऊ। दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले कई महीने से किसान आंदोलन जारी है। इसी बीच अब उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव भी होने वाला है। भाजपा सहित सभी दल तैयारी में लगे हुए हैं। दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत इस आंदोलन को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक मोड़ने की बात कह चुके हैं। ऐसे में भाजपा इसका पलटवार करने की तैयारी कर रही है।
22 अगस्त से होगी बीजेपी की किसान पंचायत
राकेश टिकैत के किसान आंदोलन और अलग-अलग विपक्षी पार्टियों के द्वारा की गई किसान महापंचायत का अब जवाब बीजेपी देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए आने वाले 22 अगस्त से लेकर 25 अगस्त के बीच में किसान पंचायत करने का ऐलान हुआ है।
यह किसान पंचायत राजधानी लखनऊ में आयोजित हो सकती है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भाजपा सरकार द्वारा किसानों के लिए किए गए कामकाज को लोगों के बीच पहुंचाना है।
विशेषकर किसान आंदोलन के बाद जो पार्टी की छवि प्रभावित हुई है, उसे बेहतर करने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी करेगी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि की अगली किस्त किसानों के खाते में जमा की। भाजपा इस तरह की योजनाओं की जानकारी किसान पंचायत के मंच से देगी।
किसान आंदोलन के उत्तर प्रदेश में प्रभाव की बात करें तो ज्यादातर यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में फैला हुआ है। भाजपा इन इलाकों में भी अपने अभियान को किसान चौपाल के माध्यम से शुरू करने की योजना बना रही है।