प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की रहस्यमय मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए CBI बाघंबरी गद्दी मठ पहुंच गई है। मीडिया को बाहर ही रोक दिया गया है। सेवादारों से भी कह दिया गया है कि वे अभी बाहर नहीं जा सकते। सीबीआई रसोइए से पूछताछ कर रही है। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि रसोइए की क्या भूमिका है?
इससे पहले शनिवार सुबह पुलिस लाइन में एसआईटी ने केस डायरी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित केस से जुड़े सभी साक्ष्य CBI को हैंडओवर कर दिए हैं।
सीबीआई यहां पहुंचकर सबसे पहले एक-एक सेवादार के बयान दर्ज करेगी। घटनास्थल से मिले साक्ष्यों से उसका मिलान करेगी। दरवाजा तोड़ने से लेकर महंत को फांसी के फंदे से उतारने तक के हर बयान को सीबीआई वेरिफाइ करेगी।
महंत की लाश को फंदे से उतारने का दावा करने वाले सेवादार सुमित सहित मठ के अन्य शिष्यों को वहीं रोक लिया गया है। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि सबसे पहले घटनास्थल पर सीन रिक्रिएशन करेंगे। इसके बाद एक-एक कर बयान लेने का सिलसिला शुरू होगा। एसआईटी ने अब तक जो जांच की है, उनके साक्ष्यों और बयानों का भी अध्ययन किया जा रहा है।
6 सदस्यीय टीम कर रही है मामले की जांच
सीबीआई की तरफ से इस चर्चित घटना के पर्दाफाश के लिए छह सदस्यीय टीम का गठन किया है। 3 अफसर इसमें एक दिन पहले ही प्रयागराज पहुंच गए हैं। वे अब तक की जांच से जुड़े दस्तावेजों का परीक्षण कर रहे हैं। दूसरी टीम आज पहुंची है। सूत्रों का कहना है कि आज ही सीबीआई सेवादारों के बयान दर्ज करेगी।
पहले एसआईटी, फिर सीबीआई जांच की सिफारिश
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव 20 सितंबर को बाघंबरी गद्दी मठ के एक कमरे में पंखे के सहारे लटकता मिला था। पहले एसआईटी बनाई गई बाद में योगी सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी थी।