नीदरलैंड्स :अगर आप कभी नदी या तालाब में मछली पकड़ने गए होंगे तो जानते होंगे कि मछली पकड़ना कितना धैर्य का काम है. हालांकि जब कांटे में मछली फंस जाती है तो ऐसा लगता है जैसे आपने कोई बड़ी जंग जीत ली है. इन दिनों नीदरलैंड के एक शख्स से जुड़ी खबर काफी चर्चा में है जो नदी में मछली पकड़ने गया और कांटे में मछली फंसने के बाद उसे भी वैसा ही एहसास हुआ मगर जब उसने मछली को पानी से बाहर निकालकर देखा तो उसके होश उड़ गए.
अब उस शख्स और मछली की फोटो तेजी से वायरल हो रही है.
नीदरलैंड्स के मार्टिन ग्लैट्ज नदी में मछली पकड़ने गए थे. काफी देर बाद जब उनका फिशिंग रॉड भारी हुआ तो वो समझ गए कि उनके कांटे में मछली फंस गई है. उन्होंने देखा कि उनके हाथ एक बड़ी सी केले जितनी पीले रंग की मछली लगी है. उन्होंने मछली को बाहर निकाला और उसे देखकर दंग रह गए.
वो इसलिए क्योंकि मछली एक कैट फिश थी. दरअसल, कैट फिश भूरे रंग की होती हैं. पीले रंग की कैट फिश बेहद दुर्लभ होती है. वो एक वेल्स कैटफिश थी जो पूरे यूरोप में बड़ी आसानी से मिल जाती है. ये मछली 2.7 मीटर तक लंबी हो सकती है.
मार्टिन ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसी पीले रंग की कैट फिश नहीं देखी है. दरअसल, ये दुर्लभ कैट फिश लियुसिज्म का नतीजा है. लियुसिज्म एक तरह का जेनेटिक डिसऑर्डर है. जिसके कारण जानवरों के शरीर का रंग बदल जाता है. स्किन और बाल का पिगमेंटेशन खत्म हो जाता है और शरीर का असली रंग उड़ जाता है.
ये डिसऑर्डर एलबिनिस्म से अलग है क्योंकि इसमें आंखों का रंग नहीं बदलता है. जानवरों का रंग उड़ जाने के कारण उनका रंग इतना तीव्र और भड़कीला हो जाता है कि वो जल्द अपने शिकारी को आसानी ने नजर आ जाते हैं इसलिए छुपना उनके लिए मुश्किल हो जाता है.
मार्टिन ने मछली को बाहर निकाला और उसे देखकर इतने इंप्रेस हुए कि उन्होंने उसे दोबारा पानी में छोड़ दिया. उन्हें उम्मीद है कि मछली इस साइज से भी बड़ी हो जाएगी. निर्मल जल में रहने वाली मछलियों में वेल्स कैट फिश सबसे बड़ी मछलियों की लिस्ट में शामिल है. इसका वजन 136 किलो तक हो सकता है.