नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में घायल और मारे गए लोगों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें पहाड़ी और दूरदराज के स्थानों पर जाने वाले पर्यटकों को आतंकी हमले से बचाने की अपील की गई है।
याचिका में कहा गया है कि पर्यटकों और आम लोगों को अभी भी सुरक्षा कार्यक्रमों और दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी नहीं है कि आतंकी हमला होने पर खुद को कैसे बचाएं, तुरंत मदद कैसे पाएं और हमला होने पर कैसे छिपें। पहलगाम में आतंकियों के लिए पर्यटक आसान निशाना थे क्योंकि ये निर्दोष लोग बिना किसी हथियार और सुरक्षा के वहां घूम रहे थे।
पर्यटकों की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल:याचिकाकर्ता
याचिका में कहा गया, ”ऐसा पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जिसमें उनकी जान गई और घायल हुए। हालिया आतंकी हमले ने ऐसे स्थानों पर जाने वाले पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शहरी इलाकों में हमला करना मुश्किल होता है क्योंकि वहां पर पुलिसबल की नियमित गतिविधि बनी रहती है, लेकिन पर्यटक स्थल भौगोलिक रूप से अलग होते हैं जहां लोगों को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है।”याचिका में केंद्र और राज्य सरकारों से विशेषरूप से गर्मी के मौसम में दूरदराज के पहाड़ी और घाटी इलाकों में पहुंचने वाले पर्यटकों की उचित सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल तैनात करने पर जोर डाला गया है।