नई दिल्ली। पहलगाम के बैसरन में आतंकियों द्वारा किए नरसंहार के विरुद्ध देश भर में गुस्सा देखने को मिला। बुधवार को हमले के विरोध में पूरा जम्मू-कश्मीर बंद रहा। इसके अलावा देश भर में जगह जगह विरोध प्रदर्शनों के साथ मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई कैंडिल मार्च भी निकाले गए। खास बात यह है कि कश्मीर में 35 वर्षों में पहली बार पाकिस्तान प्रायोजित आतंक के खिलाफ पूर्ण बंद और आक्रोश दिखा है।
कश्मीर में कुछ समय पहले तक आतंकियों के समर्थन में हड़ताल हो जाया करती थी, लेकिन आज आतंक के खिलाफ जम्मू से लेकर पूरी कश्मीर घाटी में सब एकजुट दिखे। लोगों ने वहां पाकिस्तान के झंडे जलाए सभी राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया।
देश के कई राज्यों में लोगों ने दी श्रद्धांजलि
राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, बंगाल, छत्तीसगढ़ में भी नरसंहार में मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।
साथ ही गुनहगारों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। जम्मू-कश्मीर में दुकानें, स्कूल, उद्योग सब बंद रहा जम्मू-कश्मीर में इस हमले के विरोध में अलगावादी हुर्रियत कान्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक ने खुद बंद की अपील की। हमले के विरोध में जम्मू संभाग ही नहीं, कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहे। दुकानें भी नहीं खोली गईं।
हाई कोर्ट समेत प्रदेश के सभी अदालतों में वकीलों ने कामकाज ठप रहा। सार्वजनिक और व्यावसायिक वाहन भी नहीं चले। राज्य के विभिन्न औद्योगिक व पर्यटन से जुड़े संगठनों ने पाकिस्तान के खिलाफ अलग-अलग विरोध मार्च निकाले। राष्ट्रीय बजरंग दल समेत अन्य हिंदू संगठनों ने सड़कों पर टायर और पाकिस्तान के झंडे जलाए तथा नारेबाजी की।
अजमेर दरगाह में दी गई श्रद्धांजलि
पहलगाम नरसंहार के मारे गए लोगों को अजमेर शरीफ दरगाह में बुधवार को श्रद्धांजलि दी गई, साथ ही जो घायल हैं, उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ की गई। इस मौके पर सैयद अफशान चिश्ती खादिम गद्दीनशीन ने कहा कि पूरी दुनिया से आतंकवाद का खात्मा हो, ऐसी कामना करते हैं। वहीं हिमाचल में शिमला समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए, वहीं शाम को कैंडल मार्च निकाला।
विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, कांग्रेस, लोगों व अन्य सभी की एक ही मांग थी, आतंकियों को करारा जवाब दिया जाए। शिमला में विश्व हिंदू परिषद ने प्रदर्शन किया। आल हिमाचल मुस्लिम संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नजाकत अली हाशमी ने आतंकी घटना को कायराना और शर्मनाक बताया है। भाजपा ने धर्मशाला में जान गंवाने वाले लोगों को कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी आतंकी घटना को कायरतापूर्ण व अमानवीय बताया।
पहाड़ से लेकर मैदान तक गम और गुस्सा उत्तराखंड में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में गम और गुस्सा देखने को मिला। राज्य में सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, व्यापारी, अधिवक्ता संगठनों ने प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया। हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर श्री गंगा सभा ने मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और दीप दान किया। देहरादून में मुस्लिम सेवा संगठन ने पहलगाम की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।
पौड़ी व ऊधम सिंह नगर पहुंचे मुख्यमंत्री
पुष्कर सिंह धामी ने आतंकी घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह कायराना है। उधर बंगाल के सिलीगुड़ी में भी इस कायरतापूर्ण घटना के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश देखा गया।
शहरवासियों ने हिंदू संगठनों, सामाजिक समूहों और राजनीतिक दलों के नेतृत्व में रैलियां, मशाल जुलूस, पुतला दहन और श्रद्धांजलि सभाओं के माध्यम से अपना विरोध दर्ज किया। छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर, बिलासपुर समेत सभी शहरों में लोगों ने कैंडल मार्च निकाले, पाकिस्तानी सेना का पुतला फूंका गया।