अखिलेश यादव और ओपी राजभर की मुलाकात की तस्वीर चर्चा में रही। जैसे ही सदन में अखिलेश यादव ने एंट्री की। उनके बगल से ओपी राजभर गुजर रहे थे। अखिलेश ने उन्हें आवाज देकर बुलाया।
राजभर भी मुस्कुराते हुए अखिलेश की तरफ मुड़ गए। अखिलेश के पास पहुंचे और दोनों नेताओं ने हंसते हुए हाथ मिलाया। दोनों नेताओं में कुछ देर तक बातचीत भी की। इसके कुछ देर बाद ही अखिलेश और राजभर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। अब तस्वीर को लेकर राजनीति से जुड़े लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। वजह है कि अभी हाल ही में राजभर सपा का छोड़कर NDA में शामिल हुए थे।
छोटे दलों को अपने साथ लाना चाहते हैं अखिलेश…
ऐसा पहली बार हुआ है। जब अखिलेश-राजभर इस तरह से मिले हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह मुलाकात यूं ही नहीं हुई है। इसके पीछे अखिलेश की लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने की प्लानिंग है। सियासी जानकार बताते हैं कि अखिलेश यादव नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में सभी दलों के साथ तालमेल और सामंजस्य बिठाना चाहते हैं।
वह पिछड़े नेताओं की राजनीति करने वाले और जातीय जनगणना के मुद्दे पर बात करने वाले सभी नेताओं को अपने साथ लाना चाहते हैं। इससे आने वाले लोकसभा में सभी छोटे-बड़े दलों को एकजुट कर भाजपा को मात दे सकें।
सत्र के पहले दिन विपक्ष मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव लाना चाहता था। हंगामे के बाद स्पीकर सतीश महाना ने पहले 30 मिनट के लिए सत्र की कार्यवाही को रोका। मगर, फिर भी हंगामा नहीं रुका। इसके बाद मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। मंगलवार सत्र के दूसरे दिन यानी आज भी मणिपुर हिंसा, कानून व्यवस्था, किसानों का मुद्दा और बेरोजगारी, महंगाई को लेकर विपक्ष हंगामा करने की तैयारी में है।
अब तस्वीरों में देखिए बीजेपी, सपा, बसपा, कांग्रेस, आरएलडी, सुभासपा, निषाद पार्टी के नेताओं का सदन क्या खास दिखे…