लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्रियों ने उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहीं कमल रानी वरुण को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि “प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण नहीं रही। उनका इलाज राजधानी के एसजी पीजीआई में चल रहा था। वो कोरोना पॉजिटिव थीं। उनके निधन पर मैं अपनी श्रद्धांजलि देता हूं। शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त करता हूं। वह एक लोकप्रिय जननेता थीं। उन्होंने अपने दायित्व का बहुत अच्छे से निर्वहन किया। उनका दिवंगत होना समाज, सरकार और पार्टी के बहुत बड़ी क्षति है। एक बार पुन: उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
ज्ञात हो कि मंत्री कमल रानी कोरोना वायरस संदिग्ध होने पर 17 जुलाई को उनका सैंपल लिया गया था। 18 जुलाई को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कानपुर के घाटमपुर से विधायक हैं।
1988 में पहली बार सभासद चुनी गईं कमल रानी वरुण दो बार लोकसभा भी पहुंचीं। विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्हें प्रावधिक शिक्षा मंत्री बनाया गया। उनका निवास कानपुर के शहरी क्षेत्र में था लेकिन उनकी कर्मभूमि घाटमपुर रही। 2017 के चुनाव में घाटमपुर विधानसभा सीट से टिकट मिला। यहां से उनके राजनीतिक सितारे फिर से चमके और घाटमपुर में जीत हासिल करने के बाद वह प्रदेश सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री भी बनीं।