बुलंदशहर । बुलंदशहर के एक वकील का शव मिल गया है। वह 25 जुलाई से लापता थे। पुलिस ने जानकारी दी कि वकील धर्मेंद्र चौधरी का शव शनिवार को खुर्जा इलाके में एक संगमरमर के गोदाम से बरामद किया गया था। पुलिस ने गोदाम मालिक और चौधरी के करीबी सहयोगी विक्की और उसके दो घरेलू नौकरों – हकीमुद्दीन और अमित को गिरफ्तार कर लिया है।
अपराध के पीछे वजह पैसों को लेकर विवाद होना माना जा रहा है। 25 जुलाई को गोदाम में विक्की द्वारा भोजन के लिए बुलाए जाने पर जब चौधरी घर से निकले तो वापस नहीं लौटे। वे रहस्यमयी ढंग से गायब हो गए थे। देर रात तक घर नहीं लौटने पर और मोबाइल बंद आने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष कुमार ने कहा, “परिवार ने जब चौधरी के बहीखाते देखे तो पता चला कि उन्होंने विक्की को 50 लाख रुपये उधार दिए थे। वकील के लापता होने को लेकर विक्की के खिलाफ तकनीकी सुबूत नहीं थे। हमने लाई-डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कहा लेकिन उसने स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देकर इनकार कर दिया। बाद में हमने गोदाम की बहुत अच्छे से जांच की। तीन घंटे तक चली खोज के बाद, पुलिस को गोदाम के अंदर एक कांक्रीट के गड्ढे में चौधरी का शव मिला।”
गड्ढे को टाइलों से ढंक दिया गया था लेकिन शरीर से निकलने वाली बदबू ने खेल खत्म कर दिया। एसएसपी ने कहा, “यह अपहरण नहीं है – यह ‘विश्वास की हत्या’ है।”