लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रशिक्षित वैक्सीनेटर्स के माध्यम से कोविड वैक्सीन का ड्राई रन (मॉक ड्रिल) मंगलवार को चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में मंगलवार यानी आज कोरोना वैक्सीन लगाने का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) सुबह 10 बजे शुरू हुआ।
इस बीच, इस दौरान राजधानी स्थित राम मनोहर लोहिया संस्थान में कोरोना वैक्सीन के लिए चल रहे पूर्वाभ्यास का औचक निरीक्षण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करने पहुंचे। बिना पूर्व सूचना के सीएम के पहुंचने से डॉक्टरों में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला।
योगी के साथ में उच्च चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय भटनागर भी मौजूद रहे। लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ ए के सिंह की मौजूदगी में सीएम पूर्वाभ्यास के लिए बने केंद्र पर कुछ मिनट तक रुके और तैयारियों का जायजा लिया।
सभी 75 जिलों में चलाया जा रहा है अभियान
इसके तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों में 6-6 स्थानों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन आयोजित किया गया है। इन 6 स्थानों में से 3 ग्रामीण क्षेत्र होंगे जबकि शेष 3 शहरी क्षेत्रों में आयोजित किए गए हैं। ड्राई रन के दौरान किसी को भी कोई वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल किया जाएगा। वहीं राजधानी लखनऊ में एक साथ 12 जगहों पर यह अभियान चलाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस मॉक ड्रिल में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ-साथ जिला व पुलिस प्रशासन की टीमें व इस आयोजन के लिए चिन्हित सम्बन्धित जिले की सेंटरों की टीमें शामिल की गई हैं। ड्राई रन सही प्रकार से हो और कहीं किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए वर्कशॉप कराई गई है। इसके अलावा कोल्ड चेन से लेकर स्टोरेज व वैक्सीन के मूवमेंट तक की पल-पल जानकारी रखी जा रही है ताकि वैक्सीनेशन पूरी तरह से त्रुटि रहित रहे।

लखनऊ में 12 जगहों पर चल रहा ड्राई रन
आज राजधानी में SGPGI, KGMU, लोहिया संस्थान, सहारा, मेदांता, लोकबंधु, रामसागर मिश्र-बीकेटी, एरा मेडिकल कॉलेज के अलावा काकोरी, माल, मलिहाबाद, इंदिरानगर में कोरोना के टीकाकरण का पूर्वाभ्यास चल रहा है।

सभी केंद्रों पर CCTV कैमरों से हो रही निगरानी
सभी केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। ताकि इस बार पहले पूर्वाभ्यास के दौरान हुई कमियां रिपीट ना हों। सभी केंद्र बनकर तैयार हैं। दूसरे पूर्वाभ्यास के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही साथ पुलिस एवं प्रशासन से भी नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है।