नई दिल्ली। प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) से 41 करोड़ से ज्यादा लोगों से जुड़कर इसका फायदा लिया है। वित्त मंत्रालय के अनुसार इस योजना के तहत 6 जनवरी 2021 तक जनधन खातों की कुल संख्या 41.6 करोड़ हो गई। मंत्रालय ने सोशल मीडिया द्वारा दी गई जानकारी में बताया है कि जीरो बैलेंस वाले अकाउंट्स की संख्या कम हुई है।
कम हुई जीरो अकाउंट्स की संख्या
मंत्रालय के अनुसार 2015 के बाद से लगातार जीरो बैलेंस वाले खातों की संख्या में कमी आई है। मार्च 2015 में 58% खाते ऐसे थे जिनमें बैलेंस नहीं था, लेकिन 6 जनवरी को ये कम होकर 7.5% पर आ गई है।
कोरोना काल में बढ़ी खातों की संख्या
कोरोना महामारी के दौरान जनधन बैंक खाता खुलवाने वालों की संख्या बढ़ी है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) द्वारा अक्टूबर में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान जनधन खाता खुलवाने की दर में 60% की तेजी आई है। 1 अप्रैल से 14 अक्टूबर के बीच करीब 3 करोड़ नए खाते खुले हैं और उनमें डिपॉजिट 11600 करोड़ रुपए के करीब रहा है।
अगस्त 2014 में शुरू हुई थी जनधन योजना
प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) अगस्त 2014 में शुरू हुई थी। योजना के तहत हर परिवार से एक खाता खोलने का लक्ष्य रखा गया है। इन खातों में 10,000 रुपए की ओवरड्राफ्ट सुविधा मिलती है।
जनधन खाताधारकों को मिलती हैं कई सुविधाएं
- जनधन योजना के तहत 10 साल से कम उम्र के बच्चे का खाता भी खुलवाया जा सकता है।
- इस योजना के तहत खाता खुलवाने पर आपको रूपे एटीएम कार्ड, 2 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर, 30 हजार रुपए का लाइफ कवर और जमा राशि पर ब्याज मिलता है।
- आपको इस पर आपको 10 हजार की ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी मिलती है।
- इस अकाउंट को किसी भी बैंक में खोला जा सकता है। इसमें आपको मिनिमम बैलेंस मैंटेन नहीं करना होता है।
1.8 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि बैंकों ने 8 जनवरी 2021 तक 1.68 लाख करोड़ की क्रेडिट सीमा के साथ 1.8 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) जारी किए हैं। आत्मानिर्भर भारत पैकेज के तहत सरकार ने मई, 2020 में केसीसी योजना के तहत 2.5 करोड़ किसानों को 2 लाख करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी।