नारेबाजी के बीच सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत, नेता प्रतिपक्ष और वित्त मंत्री के बीच नोकझोंक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। आज भी विपक्ष के हंगामे के बीच सत्र की शुरुआत हुई। विधान परिषद में प्रोटेम स्पीकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सपा और कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने वेल में आकर हंगामा किया। वहीं, विधानसभा में किसान मुद्दे को लेकर योगी सरकार को घेरने की कोशिश हुई।

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इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के बीच तीखी नोकझोक भी हुई। सुरेश खन्ना ने सपा पर किसान नेता रहे महेंद्र सिंह टिकैत का अपमान करने का आरोप लगाया। कहा कि ये लोग किसानों के दुश्मन हैं। हंगामा बढ़ने पर दोनों सदनों की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

मृत किसानों को मिले शहीद का दर्जा

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने किसानों के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से चर्चा की अनुमति मांगी। कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलित हैं। वे कानून वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदेश के हर कोने से किसान पहुंच रहा है।

सरकार ने आदेश दिया कि किसानों के ट्रैक्टर में डीजल न भरा जाए। किसानों को दबाने की हर कोशिश हो रही है। किसानों पर फर्जी मुकदमे हो रहे हैं। जो किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शहीद हुए हैं, उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए।

विधान परिषद में भी हंगामा

विधान परिषद में आज सपा ने प्रोटेम स्पीकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग की। इसके बाद हंगामा करते हुए सपा विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। यहां पर नियम 143 के तहत विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किया। सपा MLC आनंद भदौरिया ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ हम अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं और वे वहीं सीट पर बैठ कर सदन की कार्यवाही कर रहे हैं।

ऐसे में 185 के तहत कोई भी कार्यवाही जब तक प्रोटेम स्पीकर नहीं कर सकता है अगर उसके खिलाफ कोई अविश्वास प्रस्ताव लाया गया हो, हम लोग प्रश्नकाल में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी है जब सदन की कार्यवाही आहूत होगी फिर हम यही मांग रखेंगे।

कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने कहा कि नियम संविधान की सरकार अनदेखी कर रही है। सरकार के अहंकार की वजह से आज विधान परिषद स्थगित हुई। हम चाहते हैं कि प्रोटेम स्पीकर पर वोटिंग हो।

सपा MLC सुनील साजन ने कहा कि बहुमत समाजवादी पार्टी का है और प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ अविश्वास है। 1956 के नियम 143 के अंतर्गत नोटिस दी गई है। प्रोटेम स्पीकर का काम शपथ दिलाने के साथ खत्म हो गया। प्रोटेम स्पीकर कैसे सदन चला सकते हैं? हम लोगों की मांग है कि हम लोगों की नोटिस को स्वीकार कर लिया गया है तो चुनाव होना चाहिए। संवैधानिक तरीके से प्रोटेम स्पीकर सदन नहीं चला सकता है। भाजपा के पास चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

आज दिवंगत सदस्यों के लिए शोक व्यक्त किया गया

12 बजे सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत हुए पूर्व मंत्री चेतन चौहान कमला वरुण समेत अन्य विधान परिषद व विधान सभा के सदस्यों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। इस दौरान विधान मंडल सदस्य के सभी सदस्यों को उपस्थित होने होकर अपनी संवेदनाएं विधानसभा अध्यक्ष की मौजूदगी में व्यक्त की है। इसके अलावा आधा दिन असरकारी दिवस (आधा दिन) के रूप में घोषित किया गया है।

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