नई दिल्ली। टेस्ला के CEO एलन मस्क के निवेश के बाद बिटकॉइन को लगातार समर्थन मिल रहा है। इस कारण सबसे चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन की कीमत बढ़ती जा रही है। शनिवार 20 फरवरी को इंट्रा-डे में इसकी कीमत 56,425 डॉलर करीब 40.91 लाख रुपए प्रति यूनिट तक पहुंच गई हैं।
1 फरवरी से अब तक 70% का उछाल
टेस्ला ने जनवरी में बिटकॉइन में 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया था। एलन मस्क ने सोशल मीडिया के जरिए इस निवेश की घोषणा की थी। इसके बाद से बिटकॉइन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 1 फरवरी को बिटकॉइन की कीमत 33 हजार डॉलर के करीब थी। अब यह बढ़कर 56 हजार के पार पहुंच गई है। इस प्रकार फरवरी में बिटकॉइन की कीमत में 70% के करीब का उछाल आ चुका है।
मस्क ने बिटकॉइन को कैश की तुलना में बेहतर बताया
बिटकॉइन में निवेश की घोषणा करते समय एलन मस्क ने कहा था कि उनकी कंपनी टेस्ला आने वाले वक्त में बिटकॉइन को पेमेंट ऑप्शन के रूप में स्वीकार कर सकती है। हाल ही में मस्क ने कहा है कि कैश की तुलना में बिटकॉइन को रखना बेहतर है। उन्होंने कहा कि फिएट करेंसी (रुपया, डॉलर आदि) में जब नेगेटिव रियल इंटरेस्ट है तो कोई मू्र्ख ही दूसरे विकल्प की तलाश नहीं करेगा। मस्क ने कहा है कि फिएट करेंसी की तरह बिटकॉइन की भी अपनी कमियां हैं।
1 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचा मार्केट कैप
कीमतों में लगातार उछाल के कारण बिटकॉइन के मार्केट कैप में भी बढ़ोतरी हो रही है। शुक्रवार को इस क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। कॉइनमार्केटकैप डॉट कॉम के मुताबिक, शनिवार को सुबह 10 बजे बिटकॉइन का मार्केट कैप 1.03 ट्रिलियन डॉलर पर था। बीते 24 घंटे में बिटकॉइन के मार्केट कैप में 8.36% की बढ़ोतरी हुई है।
दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है। दुनिया में इस वक्त 4 हजार से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं। बिटकॉइन इनमें सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है। हर बिटकॉइन ट्रांजेक्शन ब्लॉकचेन के जरिए पब्लिक लिस्ट में रिकॉर्ड होता है। जो डिसेंट्रलाइज तरीके से अलग-अलग यूजर्स द्वारा किया जाने वाला रिकॉर्ड मेंटेनेंस सिस्टम है। क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल करेंसी है। बिटकॉइन इसका एक ब्रांड है।
भारत में बिटकॉइन ट्रेड पर कोई पाबंदी नहीं है
भारत में बिटकॉइन ट्रेड पर कोई पाबंदी तो नहीं है, लेकिन सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इसमें ट्रेड करने के विरुद्ध निवेशकों को सतर्क करते रहते हैं। RBI ने दो साल पहले बैंकों को बिटकॉइन कारोबार करने वाले संस्थानों से खुद को अलग रहने के लिए कहा था। इसके बाद निवेशकों ने यह समझा था कि बिटकॉइन पर देश में पाबंदी है। लेकिन बाद में RBI ने स्पष्टीकरण दिया था कि उसने सिर्फ बैंकों को इस तरह के कारोबार से अलग रहने के लिए सतर्क किया है।
सोशल मीडिया पर क्रिप्टो स्कैम शुरू
क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सोशल मीडिया पर इससे जुड़े स्कैम भी शुरू हो गए हैं। इसमें हैकर यूजर्स की टाइमलाइन पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े पोस्ट शेयर करते हैं। हैकर यूजर्स से इन पोस्ट्स को लाइक और फॉलो करने का लालच देते हैं। साथ ही यूजर्स से क्रेडिट कार्ट और क्रिप्टो वॉलेट की जानकारी मांगी जाती है। ताकि फिशिंग अटैक को अंजाम दिया जा सकते। हालांकि, अभी तक सोशल मीडिया पर कोई बड़ा क्रिप्टो स्कैम सामने नहीं आया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर लगातार ऐसे अकाउंट पर नजर रख रहा है। ट्विटर अब तक ऐसे हजारों अकाउंट्स को ब्लॉक कर चुका है।