कानपुर। कानपुर में नर्स के साथ मारपीट और तेजाब फेंकने की धमकी देने का मामला सामने आया है। आहत होकर वैक्सीनेशन के काम में लगी नर्स ने मजबूरन अपना काम छोड़ दिया। पीड़िता का आरोप है कि गुंडे आए दिन उस पर भद्दे कमेंट करते हैं। पुलिस के पास शिकायत की तो अपहरण करके तेजाब डालने की धमकी दी है। नर्स और उसकी दोनों बहनें इस कदर डर गई हैं कि उन्होंने घर से निकलना छोड़ दिया।
नर्स ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। गुंडे आए दिन भद्दे कमेंट करते हैं। धमकाते हैं कि पुलिस के पास दोबारा गई तो अपहरण कर तेजाब डालकर जला देंगे।
किराए के मकान में रहती है नर्स
कल्याणपुर में किराए के मकान में रह रही नर्स रेखा ने बताया कि वह 2 बहनों के साथ रहती है। वह खुद नेहरू नगर स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्स है। पास में ही आरोपी युवक रावेंद्र चौधरी इंटरनेट कैफे चलाता है। नर्स ने कुछ साल पहले सिम लेने के लिए आरोपी को पैसे और आईडी दी थी। आरोपी ने सिम अपने नाम लेकर नर्स को दे दिया। अचानक आरोपी ने सिम बंद करवा दिया और खुद इस्तेमाल करने लगा।
इसके बाद आए दिन आरोपी उसे छेड़ने लगा और फोन पर बात करने का दबाव बनाने लगा। विरोध किया तो 8 जून को आरोपी ने घर बुलाया और सिम ले जाने के लिए कहा। लेकिन वहां भी आरोपी ने नर्स और उसकी बहन प्रीति के साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की। इस पर नर्स ने 1090 पर सूचना दी। मामले की तहरीर पुलिस चौकी में दी।
आरोपी ने घर पर बोला हमला
तहरीर देने से नाराज आरोपी रावेंद्र 9 जून को अपने भाई अरविंद और एक और साथी के साथ नर्स के घर पहुंचकर मारपीट की। कपड़े फाड़ दिए। मामले की सूचना पुलिस को हुई तो थाने में मौजूद एएसपी की मौजूदगी में एफआईआर लिखी गई।
पुलिस ने दर्ज नहीं किए बयान
नर्स ने बताया कि एफआईआर तो दर्ज हो गई। थाने में 4 दिनों से रोज रात में बुलाया जा रहा है। लेकिन पुलिस ने अभी तक 161 के बयान दर्ज नहीं किए। रात में थाने में बुलाते हैं और कभी कहते हैं कि स्टाफ नहीं हैं और कभी कहते हैं ड्यूटी बदल गई। रोजाना 2 से 3 घंटे थाने में बैठाकर रखा जाता है। जबकि थाने से लौटते वक्त भी आरोपी छेड़ते हैं।