जिला पंचायत अध्यक्ष : सत्ता की पंचायत से बेदखल होता विपक्ष

लखनऊ. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सिद्धार्थनगर के मामले ने आजकल काफी तूल पकड़ा हुआ है. दरअसल वहां से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी पूजा यादव की प्रस्तावक अंकिता दुबे ने तमाम दबावों के बावजूद प्रस्तावक से नाम वापस नहीं लिया. पुलिस और प्रशासन ने उनके पति मोनू दुबे पर भी काफी दबाव बनाया. उनके घर जाने वाली सड़क को बुल्डोज़र से खुदवा दिया लेकिन मोनू दुबे ने झुकने से मना कर दिया लेकिन उत्तर प्रदेश में चार सीटों पर और बीजेपी का झंडा फहर गया है.

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बहराइच, शाहजहांपुर और पीलीभीत के सपा प्रत्याशियों ने अपने पर्चे वापस ले लिए और इन जिलों में बीजेपी की जीत हो गई. जबकि सहारनपुर में बसपा प्रत्याशी ने अपना नाम वापस लेकर बीजेपी की जीत का रास्ता तैयार कर दिया.

बहराइच में सपा प्रत्याशी नेहा अज़ीज़ ने अपना पर्चा वापस ले लिया. इससे बीजेपी की मंजू सिंह निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बन गईं. पीलीभीत में सपा प्रत्याशी स्वामी प्रवक्तानन्द ने अपना नाम वापस लेकर बीजेपी की डॉ. दलजीत कौर को निर्विरोध जितवा दिया.

शाहजहांपुर में सपा प्रत्याशी बीनू सिंह ने अपना पर्चा वापस ले लिया और बीजेपी की ममता यादव निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बन गईं. इसी तरह सहारनपुर में बसपा प्रत्याशी जयवीर सिंह धोनी ने अपना पर्चा वापस ले लिया और बीजेपी के चौधरी मांगेराम निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हो गए.

आज़मगढ़ में समाजवादी पार्टी के विजय यादव और बीजेपी के संजय निषाद के बीच कड़ा मुकाबला है. इटावा सीट पर समाजवादी पार्टी का जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो चुका है. बीजेपी के 21 प्रत्याशी निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बन चुके हैं. 21 बीजेपी और एक समाजवादी पार्टी के परिणाम सामने आ जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश में 53 सीटों पर चुनाव होना है.

सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत, शाहजहांपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिये गए हैं. शेष 53 सीटों पर तीन जुलाई को पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा और तीन बजे से मतगणना होगी.

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