नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित कुछ राज्यों में जनसंख्या नियंत्रण के लिए बनाई जा रही नीतियों को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक ‘खास समुदाय’ को निशाना बनाने की कोशिश बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे को उठा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले 20 साल में भारत के लिए बड़ी चुनौती बुजुर्ग होती आबादी होगी, जनसंख्या वृद्धि नहीं।
तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सांसद ने कहा, ”यह संयोग नहीं है कि जिन तीन राज्यों की सरकारें जनसंख्या घटाने की बात कर रही हैं, वे हैं यूपी, असम और लक्ष्यद्वीप, जहां सभी जानते हैं कि वहां उनके अपेक्षित दर्शक कौन हैं।”
यूपी और असम में आबादी नियंत्रण मुहिम को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में थरूर ने कहा, ”हिंदुत्ववादी ताकतों ने वास्तव में जनसांख्यिकीय विषय में नहीं पढ़ा है। उनकी नीयत शुद्ध राजनीतिक और सांप्रदायिक है।”
थरूर ने यह बातें ऐसे समय पर कही हैं जब उत्तर प्रदेश ने जनसंख्या नियंत्रण ड्राफ्ट को सार्वजनिक किया है और असम सरकार भी इस दिशा में काम शुरू कर चुकी है। दोनों ही प्रदेशों में बीजेपी की सरकार है।
यूपी के ड्राफ्ट बिल में कहा गया है कि दो से अधिक बच्चों वाले लोगों को कई सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किया जाएगा तो दो जनसंख्या नीति का पालन करने वाले लोगों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।