नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने को लेकर बस सुविधा मुहैया कराने को लेकर कांग्रेस और योगी सरकार के बीच हुई खींचतान के बाद अब भी दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस क्रम में कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने एक बार फिर बसों के मुद्दे पर उप्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा प्रतिशोध की राजनीति के तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी को भी अनुचित बताया है।
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला, आराधना मिश्रा, अजय राय और पंकज मलिक ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से पत्रकारों को संबोधित किया। राजीव शुक्ला ने कहा कि लॉकडाउन के बाद जब लोगों का पलायन शुरू हुआ तो, इसकी दर्दनाक तस्वीरें हमारे सामने आई थीं। सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है। इन दर्दनाक तस्वीरों को देखते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मदद का संकल्प लिया। उप्र कांग्रेस कमेटी के जरिए राज्य में 60 लाख लोगों को भोजन बांटा गया तथा सात लाख लोगों को घर लौटने की सुविधा मुहैया कराई। उन्होंने कहा कि बसों का प्रस्ताव भी सेवा भाव से दिया गया था। ये एक भावनात्मक प्रयास था ताकि प्रवासी मजदूर सहूलियत के साथ अपने घर पहुंच सकें।
राजीव शुक्ला ने कहा कि आज राजस्थान के परिवहन आयुक्त ने स्पष्ट कर दिया कि उस सूची में 1000 से ज्यादा बसें थीं, तो अब अजय कुमार को किस आरोप में कैद कर रखा है? हमारे प्रयासों को क्यों नकारा गया? मजदूरों की मदद क्यों नहीं करने दी गई? उन्होंने कहा कि हमारी बसों का उप्र सरकार ने इस्तेमाल नहीं किया, बावजूद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार को पहले आगरा पुलिस ने और उसके बाद लखनऊ पुलिस ने सूची में फर्जीवाड़े का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया। साथ ही यह भी कहा गया कि इन सबके बीच दुष्प्रचार में कोई कमी नहीं रखी गई। भाजपा ने पहले बसों की सूची को लेकर झूठा प्रचार किया और उसके बाद कोटा जाने वाली बसों के किराए और तेल के पैसे का झूठा मुद्दा उठाया, जबकि सारा अनुरोध उत्तर प्रदेश सरकार का था।
पार्टी नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि अजय लल्लू गिरफ्तारी पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। जब 1000 बसों की व्यवस्था हुई, तो उनको उन बसों को लाने और अधिकारियों को सुपुर्द करने के लिए अधिकृत किया गया था। वहां भी उनके साथ जो व्यवहार हुआ, सबने देखा। अजय कुमार न केवल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, बल्कि यूपी विधानसभा के सम्मानित सदस्य भी हैं। उनके साथ ऐसा व्यवहार निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अजय लल्लू पर आजीवन कारावास जैसी धाराएं लगाई गई हैं। राजनीतिक द्वेष के कारण ये मुकदमा लिखा गया है। भाजपा पुलिस का बल दिखाकर और झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर हमें डरा नहीं सकती, कमजोर नहीं कर सकती। मजदूरों के अधिकार की लड़ाई प्रियंका गांधई के नेतृत्व में जारी रहेगी। उन्होंन कहा कि मंगलवार को अजय लल्लू की जमानत याचिका लगाएंगे, हमें न्यायपालिका पर भरोसा है।
कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि उप्र में पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं को लगातार झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। इसमें राष्ट्रीय सचिव अनुग्रह नारायण सिंह, मिर्जापुर जिलाध्यक्ष श्रीकुमार पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक, जालौन जिलाध्यक्ष अनुज सिंह जी, सीतापुर जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी शामिल हैं। मजदूरों की मदद करने के कारण हमारे लोगों को धमकाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में राशन किट में भेदभाव हुआ और जब हमारे सभासद ने मुद्दा उठाया तो जिलाधिकारी द्वारा एफआईआर दर्ज करने की धमकी दी गई।
इतना ही नहीं, बाबा विश्वनाथ के बिना काशी अधूरी है, हम सब अधूरे हैं। यहां बाबा की 5 आरती होती है। बीच में सप्तऋषि आरती होती है, जिसे इस बार नहीं होने दिया गया और 360 साल की परम्परा तोड़ दी गई। ये लोग धर्म के भी विरोधी हैं और आम जनता के भी। उन्होंने पूछा कि मजदूरों की मदद करके कांग्रेस ने कौन सा गुनाह कर दिया, जो उनके ऊपर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। शक्ति के बल पर भाजपा लोगों को डर सकती है लेकिन उन्हें तोड़ नहीं सकती।