परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने शनिवार को बताया कि लम्बित स्थायी डीएल के निस्तारण के लिए एनआईसी ने परिवहन विभाग के सुझाव पर सॉफ्टवेयर में बदलाव किया है। इसके बाद सॉफ्टवेयर का प्रयोग शुरू कर दिया गया है। इस नई व्यवस्था के तहत मुख्यालय स्तर से स्थायी डीएल के लिए पूर्ववत निर्धारित कोटा बहाल करते हुए लम्बित आवेदनों का निस्तारण किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि ऐसे लर्निंग डीएल, जिसकी वैद्यता गत 01 फरवरी के बाद समाप्त हो रही थी। उसकी वैद्यता अब 30 जून तक बढ़ा दी गई है। ऐसे आवेदकों के स्थायी डीएल के आवेदन 30 जून के बाद स्वीकार किये जायेंगे। प्रदेश में जिला स्तर पर लाइसेंस अधिकारी द्वारा अस्थायी डीएल के लिए आवेदकों द्वारा पूर्व में बुक कराये गये अप्वाइंटमेंट निरस्त किये जा रहे हैं।
आवेदकों के मोबाइल पर एक मैसेज आयेगा कि उनके द्वारा बुक कराये गये अप्वाइंटमेंट कोविड 19 के दृष्टिगत निरस्त कर दिया गया है। अब वह नया अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं। स्थायी डीएल के आवेदकों द्वारा पूर्व में जमा की गई फीस माफ होगी। मैसेज प्राप्त होने के बाद आवेदक सारथी पोर्टल पर पूर्व के एप्लीकेशन नम्बर से नया अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं। आवेदक सुविधा अनुसार तारीख एवं टाइम स्लॉट का चयन कर सकेंगे। निर्धारित तारीख पर समय से आरटीओ और एआरटीओ कार्यालय पहुंचकर प्रपत्रों की जांच, बायोमेट्रिक और डीएल सम्बन्धी अन्य प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
परिवहन आयुक्त ने बताया कि कोरोना के संक्रमण की वजह से गत 21 मार्च से स्थायी और लर्निंग डीएल का कार्य बन्द हो गया था। इसलिए अब 08 जून से पहले चरण में केवल लर्निंग लाइसेंस बनवा चुके लोगों को स्थायी डीएल के लिए बुलाया जायेगा। आरटीओ और एआरटीओ कार्यालयों में भीड़ न हो सके, इसलिए 33 प्रतिशत आवेदकों को ही बुलाया जायेगा। स्थायी डीएल के लम्बित पड़े आवेदनों को पहले और दूसरे चरण में पूरा किया जायेगा।
इसके बाद स्थायी डीएल के नवीनीकरण का कार्य किया जायेगा। प्रतिदिन 100 से 125 लाइसेंस बनाये जायेंगे। सुबह दस बजे से दोपहर 12:00 बजे तक पहली शिफ्ट, दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक दूसरी शिफ्ट और 3:00 से शाम 5:00 बजे तक तीसरी शिफ्ट चलेगी। तीनों शिफ्टों में कोरोना फैलाव रोकने के लिए सभी मानकों का पालन किया जायेगा। इसके लिए सभी जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
गौरतलब है कि परिवहन विभाग अभी नये लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन स्वीकार नहीं करेगा। जो स्थायी डीएल पहले से बनने के लिए लम्बित हैं, उन्हीं को पहले और दूसरे चरण में पूरा किया जायेगा।