लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की घोषणा केंद्र सरकार ने की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की घोषणा के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से निश्चित तौर पर विकास की अपार सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। योगी ने यह भी कहा कि इससे दक्षिण-पूर्व एशिया के उन देशों के लोग सीधे जुड़ सकेंगे जो बुद्ध से आत्मीय लगाव रखते हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा- वह हृदय से कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को स्वीकृति देने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय कैबिनेट के आभारी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन वर्ष के अंदर दो नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पश्चिम में जेवर और पूर्व में भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में एयरपोर्ट की स्वीकृति मिलना प्रदेशवासियों के लिए सुखद है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को नई गति देने में कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नई भूमिका होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इससे कुशीनगर को दक्षिण-पूर्व एशिया के उन सभी देशों से जोड़ा जा सकेगा जो भगवान बुद्ध से अपना आत्मीय सम्बंध जोड़ते हैं।
एयर कनेक्टिविटी मिलने से लोग आसानी से यहां आ सकेंगे और पर्यटन की सम्भावनाएं विकसित होंगी। विशेष तौर पर थाईलैण्ड, सिंगापुर, लाओस, कम्बोडिया, जापान, कोरिया, श्रीलंका आदि देश भी इस एयरपोर्ट के माध्यम से जुड़ेंगे और पर्यटन, विकास व रोजगार की ढेर सारी सम्भावनाएं उत्पन्न होंगी।
बौद्ध सर्किट से जुड़े छह स्थल उत्तर प्रदेश में हैं। भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली- कुशीनगर, पैतृक साम्राज्य स्थल- कपिलवस्तु, प्रथम उपदेश स्थल- सारनाथ और श्रावस्ती में ही उन्होंने जीवन के सर्वाधिक समय चातुर्मास व्यतीत किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशाम्बी और संकिसा सहित यह छह स्थल उत्तर प्रदेश में हैं।
यह छह महत्वपूर्ण स्थल उत्तर प्रदेश में होने के नाते न केवल बौद्ध पर्यटन की दृष्टि से बल्कि कुशीनगर एयरपोर्ट बनने के बाद रोजगार की सम्भावनाएं भी पूर्वी उत्तर प्रदेश में बनेंगी।