सरकार द्वारा आम नागरिकों के लिए ऐसी कई बीमा योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्ही में से एक है प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना। इस योजना के तहत मात्र 1 रुपए महीने में 2 लाख का डेथ इंश्योरेंस देती है। योजना के तहत हर महीने एक रुपए के आधार पर 12 रुपए सालाना प्रीमियम पर कई तरह के कवर मिलते हैं। यह राशि आपके लिंक्ड बैंक अकाउंट से हर महीने डिडक्ट होती है। इसके तहत 2 लाख रुपए का कवर मिलता है वहीं अलग-अलग परिस्थितियों में एक लाख रुपए मिलते हैं। हम आपको इस योजना के बारे में बता रहे हैं।
दुर्घटना में मृत्यु होने पर 2 लाख रुपए का भुगतान किया जाएगा
योजना के दुर्घटना मृत्यु होने पर नॉमिनी को 2 लाख रुपए मिलते हैं। दुर्घटना में स्थायी पूर्ण विकलांगता होने जैसे दोनों आंख या दोनों हाथ या दोनों पैर खो देना या एक आंख और एक हाथ या एक पैर को खोना पर 2 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। दुर्घटना स्थायी आंशिक विकलांगता होने जैसे एक आंख में दृष्टि जाने पर या एक हाथ या एक पैर का उपयोग न कर पाने की स्तिथि में 1 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा।
किसी भी बैंक से ले सकते हैं योजना का लाभ
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) का फॉर्म आप ऑनलाइन या फिर बैंक जाकर भर सकते हैं। किसी भी बैंक के जरिए आप यह इंश्योरेंस ले सकते हैं। पब्लिक सेक्टर के साथ प्राइवेट बैंकों ने भी अपनी वेबसाइट्स पर इससे संबंधित पूरी जानकारी दी है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक के पास बैंक अकाउंट होना जरूरी है। बैंक अकाउंट से पैसा सीधे डेबिट हो जाता है। इसके साथ, इस योजना से जुड़ा फॉर्म http://www.dif.mp.gov.in/pmjsby.htm से डाउनलोड करके बैंक में जमा कर सकते हैं। यह फॉर्म अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, बांग्ला, कन्नड़, ओडिया, मराठी, तेलुगू और तमिल भाषा में उपलब्ध है।
18 से 70 उम्र का कोई भी व्यक्ति ले सकता है इसका लाभ
जिस बैंक में आपका बचत खाता है, वहां जाकर आप यह फॉर्म जमा कर दें। प्रीमियम के लिए आपको बैंक फार्म में यह स्वीकृति देनी होगी कि आपके खाते से प्रीमियम की राशि खुद ही काट ली जाए। बैंक हर साल 1 जून को आपके खाते से प्रीमियम की राशि खुद ही काट लेंगे। आवेदक की उम्र 18 साल होना चाहिए। वहीं, अधिकतम इस बीमा को 70 साल तक दिया जा सकता है।
14 करोड़ लोग ले रहे इस योजना का लाभ?
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का फायदा करीब 14 करोड़ लोग ले रहे हैं। केंद्र सरकार की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक इस योजना में हर हफ्ते तकरीबन 1.5 लाख से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं।