क्वेटा। रविवार की सुबह पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में अल्पसंख्यक शिया हजारा समुदाय पर हुए हमले में 11 लोगों की जान चली गई है। इस हमले की जिम्मेदारी चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है।
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ने अमाक समाचार एजेंसी को एक पत्र भेज इस हमले की जिम्मेदारी ली है। ये हमला बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से करीब 100 किमी. दक्षिण पूर्व में स्थित बोलान जिले के मछ इलाके में हुआ था। अधिकारियों के अनुसार इस हमले में कोयले की खदान में काम करने वाले 11 कामगारों की हत्या कर दी गई है। उस समय कामगार खदान के पास बने अपने कमरे में थे।
बीबीसी के अनुसार एक सुरक्षा अधिकारी ने पहचान छुपाने की शर्त पर बताया, “सभी कामगारों के गले काटे गए हैं। उनके हाथ पीछे बंधे हैं और आंखों पर पट्टी बंधी हुई है।”
व्हाट्सऐप पर शेयर किए जा रहे एक वीडियो में तीन शव कमरे के बाहर दिख रहे हैं और बाकी शव खून में लथपथ अंदर पड़े हैं। बलूचिस्तान 60 अरब डॉलर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का केंद्र है।
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक ट्वीट करके इस घटना की निंदा की। उन्होंने लिखा, “मछ बलूचिस्तान में 11 निर्दोष खदान कामगारों की निंदनीय हत्या आतंकवाद का एक और कायरतापूर्ण अमानवीय कृत्य है।”
पीएम ने कहा, “सीमांत पुलिस को इन हत्यारों को पकडऩे और न्याय दिलाने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है।”
मालूम हो कि पाकिस्तान में पहले भी शिया हजारा समुदाय के खिलाफ हिंसक हमले होते रहे हैं। इससे पहले अप्रैल में एक बाजार में हुए आत्मघाती विस्फोट में 18 लोग मारे गए थे। उनमें से आधे इसी समुदाय से थे।
रविवार को हुए हमले के विरोध में शिया हजारा समुदाय के लोगों ने क्वेटा में पश्चिमी बायपास को जाम कर दिया और टायर जलाए। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में शिया हजारा समुदाय तालिबान और इस्लामिक स्टेट और अन्य सुन्नी मुस्लिम चरमपंथी समूहों के निशाने पर रहे हैं।
साल 2013 में राजधानी क्वेटा में हुए बम विस्फोटों में हजारा समुदाय वाले इलाकों में 200 लोग मारे गए थे।