लो मा आ गया: टीचर्स से वर्चुअल मीट करते नजर आए जैक मा

शंघाई। करीब तीन महीने तक गायब रहने के बाद चीनी बिलियनेयर जैक मा बुधवार को पहली बार दुनिया के सामने आए। चीनी स्टेट मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें जैक देश के करीब 100 ग्रामीण शिक्षकों से वर्चुअल मीट कर नजर आ रहे हैं।

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दुनिया के सबसे अमीरों लोगों में शुमार और अलीबाबा ग्रुप के मालिक जैक मा पिछले दो महीने से ज्यादा समय से लापता थे। जैक मा ने अक्टूबर में चीन के ‘ब्‍याजखोर’ वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की शंघाई में दिए भाषण में तीखी आलोचना की थी। इसके बाद उनका चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद भी हुआ था। इसके बाद से वे लापता थे।

वीडियो में जैक कह रहे हैं कि महामारी खत्म होने के बाद हम दोबारा मिल रहे हैं।

क्या था मामला

  • जैक मा ने चीन सरकार से अपील की थी कि सिस्टम में ऐसे बदलाव किए जाएं, जो बिजनेस में नई चीजें शुरू करने के प्रयास को दबाने की कोशिश न करे। उन्‍होंने वैश्विक बैंकिंग नियमों को ‘बुजुर्गों का क्लब’ करार दिया था। इस भाषण के बाद चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी भड़क गई ती। जैक मा की आलोचना को कम्युनिस्ट पार्टी पर हमले के रूप में लिया गया।
  • चीन के फाइनेंशियल सिस्टम की खामियों की खुलेआम आलोचना करना जैक मा को महंगा पड़ा। 2013 में ही कम्युनिस्ट पार्टी के आधिकारिक मुखपत्र पीपुल्स डेली को दिए इंटरव्यू में जैक मा ने बिजनेस में चीनी सरकार के दखल की आलोचना की थी। उन्होंने सरकार के फाइनेंशियल सिस्टम को सिर्फ 20% लोगों के लिए फायदेमंद बताया था।

किस्सा उस मीटिंग का जहां से बात बिगड़ी
जैक मा 24 अक्टूबर 2020 को एक मीटिंग के दौरान निशाने पर आए। इस मीटिंग में चीनी राजनीति और अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े अधिकारी पहुंचे हुए थे। इसमें जैक मा ने चीनी बैकों की आलोचना की। वे बोले, ‘बैंक, फंडिंग के लिए कुछ गिरवी रखने की मांग करते हैं। इससे नई तकनीकों को फंड नहीं मिल पाता और नए प्रयोग रुकते हैं।’

उन्होंने चीनी नियमों को भी राह में रोड़ा अटकाने वाला बताया। वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, जैक मा की कही बातों के बारे में जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जानकारी मिली तो वे बहुत गुस्सा हुए और उन्होंने जैक मा को सीन से गायब करने का आदेश दे दिया।

इस तरह लिखी गई जैक मा की तबाही की कहानी

  • पहले चीन ने अक्टूबर 2020 में जैक मा के एंट ग्रुप के 37 बिलियन डॉलर यानी करीब 2.7 लाख करोड़ रुपए के IPO को रोक दिया। फिर कुछ दिनों बाद ही चीन ने ‘एंटी ट्रस्ट नियम’ बना दिए। इनके तहत अलीबाबा के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई। इससे अलीबाबा के मार्केट कैप में 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की गिरावट आ गई थी।
  • जैक मा को सबक सिखाने के लिए चीन इस हद तक गया कि उसकी सेंट्रल बैंक ने एंट ग्रुप के अफसरों से अपने पूरे बिजनेस को नए नियमों के हिसाब से रजिस्टर करने को कह दिया है ताकि क्रेडिट, इंश्योरेंस और मनी मैनेजमेंट से जुड़ी गड़बड़ियों को दूर किया जा सके। किसी गड़बड़ी की स्थिति में कंपनी के अधिकारियों की सीधी जिम्मेदारी भी तय की गई।
  • क्वार्टज के मुताबिक, दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी में से एक को री-स्ट्रक्चर करने की यह कोशिश इसे कर्ज में डुबा देगी। फिर भी एंट ग्रुप के अधिकारी इससे इनकार नहीं कर सके।

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