लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जाते ही लखनऊ के गोमतीनगर स्तिथ लोहिया संस्थान में एमबीबीएस छात्रों ने जमकर उपद्रव किया। पर्चा काउंटर में घुसकर कर्मचारियों को पीटा, दरवाजा तोड़ दिया। कम्प्यूटर- प्रिंटर पटक दिया। संवेदनहीन छात्रों ने तीमारदारों को भी धक्के देकर भगा दिया। संस्थान प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि घटना करीब 12 बजे की है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोहिया संस्थान में टीकाकरण स्थल का निरीक्षण कर लौटे थे। उसके तुरंत बाद कुछ छात्र लोहिया हॉस्पिटल ब्लॉक के पर्चा काउंटर पर पहुंचे।
लाइन तोड़कर काउंटर के भीतर घुस आए। पर्चा बनाने का कहा। इस पर कर्मचारियों ने आपत्ति जाहिर की। छात्रों ने एप्रिन नहीं पहन रखी थी। लिहाजा संविदा कर्मचारियों ने उन्हें बाहरी समझकर परिचय पूछा। यह बात छात्रों को नागवार गुजरी।
आरोप हैं कि एक छात्र ने कहा तुम संविदा कर्मचारी एमबीबीएस छात्रों को नहीं पहचानते हो। बेबस कर्मचारी काम पूछने लगे। छात्रों ने कहा कि अभी तुम लोगों को समझ नहीं आ रहा है। हम लोग खड़े हैं, तुम बैठकर पहचान पूछ रहे हो।
बीते साल रेडिएशन आंकोलॉजी में भी तुम्हारे साथियों ने ऐसा बरताव किया था। हश्र देखा था। हमारा कुछ नहीं हुआ था। अब देखा हम तुम्हारा क्या हाल करते हैं? इससे पहले कर्मचारी कुछ समझ पाते…। उपद्रवियों की संख्या काउंटर के भीतर बढ़ गई। महिला कर्मचारियों से उपद्रवियों ने अभद्रता की।
संविदा कर्मचारी दुर्गेश की पिटाई शुरू कर दी। लात-घूंसों से जमकर मारा। आरोप हैं कि मारपीट की घटना को अंजाम देने वालों ने कम्प्यूटर और प्रिंटर को भी पटकना शुरू कर दिया। किसी तरह कर्मचारी काउंटर के भीतर से जान बचाकर भागे।
कुछ मरीज और तीमारदारों ने जब घटना को मोबाइल में कैद करने की कोशिश की तो उपद्रवी छात्रों ने तीमारदारों को धक्के देकर भगा दिया। अफरा-तफरी और दहशत के बीच सैकड़ों की संख्या में लाइन में लगे तीमारदार जान बचाने को मजबूर हुए। गिरते-पड़ते किसी तरह बाहर निकले।
ठंड में ठिठुरते सैकड़ों मरीज बिना इलाज लौट गए। मरीजों का कहना था कि छात्रों की संवेदनाएं पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं। अभी मरीज और कर्मचारियों के प्रति यह बरताव है। डॉक्टर बनने के बाद क्या रुख होगा। इसका सहज ही अंदाजा जगाया जा सकता है।
लोहिया संस्थान के प्रवक्ता श्रीकेश सिंह के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। एक छात्र की पहचान हुई है। पर्चा बनवाने को लेकर विवाद हुआ। पूरी घटना की तफ्तीश कराई जा रही है। घटना को अंजाम देने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। मारपीट करने का अधिकार किसी को नहीं है। चीफ प्रॉक्टर मामले की तरफ्तीश कर रहे हैं।